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राज्य में लॉकडाउन बढ़ेगा या घटेगा, आने वाले एक हफ्ते में होगा निर्णय

वडेट्टीवार ने कहा, कोरोना पॉजिटिविटी रेट कितनी है और कितने ऑक्सीजन बेड हैं, इसके आधार पर ही प्रतिबंधित से इलाके में छूट दी जा रही है। राज्य सरकार ने इसके लिए पांच लेवल तय किए हैं।

राज्य में लॉकडाउन बढ़ेगा या घटेगा, आने वाले एक हफ्ते में होगा निर्णय
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राज्य में कोरोना (covid19) के मामलों को देखते हूए लॉकडाउन (lockdown) लगा दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप कोरोना केसों में काफी कमी आई। हालांकि अब प्रशासन द्वारा ढील दिया जा रहा है। यही नहीं अब तो यह देखने में आ रहा है कि प्रतिबंधों में ढील के बाद भी कुछ जिलों में ठीक होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या, नए मरीजों की संख्या से अधिक है। बावजूद इसके अभी राज्य सरकार किसी ढिलाई के मूड में नजर नहीं आ रही है।

आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेट्टीवार (vijay wadettiwar) ने रविवार को स्पष्ट किया कि अगले आठ दिनों में प्रतिबंधों को फिर से कड़ा करने का निर्णय लिया जाएगा। रविवार के आंकड़ों के मुताबिक मरीजों के ठीक होने की दर कम थी और नए मरीजों की संख्या ज्यादा थी। अभी इस बारे में कुछ नहीं जा सकता। अगले 8 दिन देखेंगे कि इस स्थिति में क्या बदलाव आता है? फिलहाल कुछ जिलों में मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती दिख रही है। दी गई कुछ रियायतें और छूट के बाद यह एक बदलाव दिख रहा है।अगर इसी तरह से रोगियों की संख्या में वृद्धि जारी रहती है, तो समग्र स्थिति की समीक्षा के बाद कई नए प्रतिबंध लगाने होंगे, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगले 8 दिनों में अगला कदम उठाया जाएगा।

वडेट्टीवार ने कहा, कोरोना पॉजिटिविटी रेट कितनी है और कितने ऑक्सीजन बेड हैं, इसके आधार पर ही प्रतिबंधित से इलाके में छूट दी जा रही है। राज्य सरकार ने इसके लिए पांच लेवल तय किए हैं। राज्य के जिलों और प्रमुख महानगरों को अलग-अलग वर्गीकृत किया गया है। इस हिसाब से 5 फीसदी तक कोरोना पॉजिटिविटी रेट वाले कई जिलों को काफी राहत मिली है। इन जिलों में ज्यादातर लेन-देन शुरू हो गया है। पाबंदियों में ढील दी गई, जिससे भीड़ भी जुटने लगी। यही कारण है कि मरीजों की संख्या में मामूली इजाफा हुआ है। इसलिए राज्य सरकार की चिंता बढ़ गई है और वडेट्टीवार के बयान से साफ है कि पाबंदियों को लेकर नई सोच शुरू हो गई है।

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