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मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी, कहा- 'दो दिन और देखूंगा, अगर कुछ फर्क नहीं दिखा तो फिर सख्त निर्णय लूंगा'

सीएम ने कहा कि, कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। जैसे ही स्थिति को नियंत्रण में लाया गया, वैसे ही शादियों, पार्टियों, राजनीतिक रैलियां और आंदोलन फिर से शुरू हो गए। दुर्भाग्य से, सभी विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई आशंकाएं सच निकलीं।

मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी, कहा- 'दो दिन और देखूंगा, अगर कुछ फर्क नहीं दिखा तो फिर सख्त निर्णय लूंगा'
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राज्य में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते केसों के मद्देनजर फिर से लॉकडाउन (lockdown) लगाने की चर्चा बड़ी जोर शोर से है। इसी से संबंधित विषय पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने आज लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, "आज मैं एक पूर्ण लॉकडाउन की चेतावनी दे रहा हूं, लेकिन लॉकडाउन लागू नहीं कर रहा हूं। लेकिन अगले दो दिनों में, मुझे कोई अंतर नहीं दिखा और एक अलग विकल्प नहीं दिखा, तो हमें वैसा ही करना होगा जैसे दुनिया में चरणों में तालाबंदी की घोषणा की जाती है।"

सीएम ने कहा कि, कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। जैसे ही स्थिति को नियंत्रण में लाया गया, वैसे ही शादियों, पार्टियों, राजनीतिक रैलियां और आंदोलन फिर से शुरू हो गए। दुर्भाग्य से, सभी विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई आशंकाएं सच निकलीं। कोरोना, पिछली साल की तुलना में इस साल मार्च महीने में अधिक विकराल बन कर सामने आया है। हम खुद को एक ऐसे दो राहे पर खड़े पा रहे हैं कि, यदि आर्थिक चक्र चलाना है, तो कोरोना (covid19) कहर ढा रहा है। और अगर उससे बचना है तो आर्थिक चक्र रुक जाता है।

उन्होंने कहा, कई लोग सख्त प्रतिबंध लगाने की सलाह दे रहे हैं, निवेदन भेज रहे हैं। हम लॉकडाउन की ऐसी किसी भी भूमिका को बर्दाश्त नहीं करेंगे जिससे आम आदमी को परेशानी हो। कोरोना संक्रमण के लिए लॉकडाउन लगाना ही अंतिम उपाय नहीं है। हिटलर की तरह काम मत करो। लॉकडाउन लगाना है तो, रोजगार के पैसे सीधे खाते में जमा करें। एक उद्योगपति ने कहा कि तालाबंदी के बजाय स्वास्थ्य सेवा बढ़ाएं। हम स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विस्तार कर रहे हैं।  बेड, दवाएं, वेंटिलेटर बढ़ाए जा सकते हैं, लेकिन डॉक्टर, नर्स, हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स को कैसे बढ़ाया जा सकता है? अस्पताल है, फर्नीचर की दुकान नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा, कल महाराष्ट्र में 3 लाख नागरिकों को टीका लगाया गया था। लेकिन टीकाकरण के बाद भी लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे है तो इस श्रृंखला को कैसे तोड़ा जाए? सार्वजनिक स्थानों, कार्यक्रमों, समारोहों में भीड़ कम नहीं हुओ रही है। अगर हालात ऐसे ही रहे तो हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं अपर्याप्त हो जाएंगी। उस मामले में, यदि आपके पास कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने का कोई अन्य विकल्प है, तो उसे बताएं। अगले कुछ दिनों में मैं हर क्षेत्र के विशेषज्ञों से बात करूंगा।

बकौल उद्धव, मुझे सिर्फ समाधान चाहिए। अगर मुझे उन लोगों से समाधान के रूप में विकल्प नहीं मिलता है जिनसे मैं बात कर रहा हूं या अगर मुझे 2 दिनों में कोई अंतर नहीं दिखता है, तो अगले कुछ दिनों में कुछ सख्त प्रतिबंध लगाने होंगे। उनकी घोषणा कल या परसों की जाएगी। रोजगार वापस मिल जाएगा, लेकिन जीवन वापस नहीं मिलेगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि, दुनिया में जिस तरह से तालाबंदी की घोषणा चरणों की गई वैसी ही घोषणा करनी होगी।

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