एक आरटीआई के जवाब में इस बात का खुलासा हुआ है की 2018 में पटरियों पर सबसे अधिक मौतें ठाणे, मानखुर्द और बोरीवली स्टेशनों पर हुईं। रेलवे कार्यकर्ता समीर झवेरी द्वारा दा सूचना अधिकार (आरटीआई) याचिका के जवाब के अनुसार, 2018 में रेल पटरियों पर महिलाओं की मौत पिछलें साल की तुलना में बढ़ गई है।
पश्चिम रेलवे में मरने वालों की संख्या में कमी
आरटीआी के जवाब मे पता चला है की साल 2018 में कुल 1933 लोगों की मौत हुई थी तो वही साल 2017 में ये आकड़ा 1,928 था। हालांकि, पश्चिम रेलवे में मरने वालों की संख्या 2017 में 1,086 से घटकर 2018 में 1,048 हो गई है।
रेलवे कार्यकर्ता समीर झवेरी का कहना है की इन मौतों का सबसे बड़ा कारण लोकल ट्रेनों के भीड़भाड़ वाले कोच हैं। अधिक 15-कार कोच शुरू करने की आवश्यकता है। इस साल, उपनगरीय रेलवे पर ट्रैक पर होनेवाले मौत की कुल संख्या 2017 में 3,014 थी जो 2018 में 2,981 तक गिर गई है।
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