मुंबई लोकल के बाद मुंबईकरों की दूसरी लाईफ लाइन है बेस्ट। बेस्ट में सफर करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। लेकिन कुछ सालों से सेवाओं के आभाव के चलते यह संख्या लगातार घटी है। जिसका असर बेस्ट के राजस्व पर पड़ा है। अब अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए बेस्ट ने यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सेवाओं उपलब्ध मुहैया कराने का मन बनाया है। जिसके लिए सीधी मुलाकात योजना चार सितंबर से शुरु हो रही है। कुलाबा, बकबे, सेंट्रल, वर्ली, वडाला और बांद्रा आगार के व्यवस्थापक व वरिष्ठ अधिकारी आगारों में जाकर सीधे यात्रियों से मुलाकात कर समस्याएं जानेंगे।