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विद्यालंकार महाविद्यालय को मिली कब्रिस्तान के लिए आरक्षित जगह


विद्यालंकार महाविद्यालय को मिली कब्रिस्तान के लिए आरक्षित जगह
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वडाला के एंटॉप हिल में विद्यालंकार महाविद्यालय के पास ही रिजर्व की गई कब्रिस्तान की जगह को वहां से बदलवाकर अब उस जगह को विद्यालंकार महाविद्यालय के लिए आरक्षित किया गया है। कब्रिस्तान के लिए आरक्षित जगह को कॉलेज के लिए आरक्षित किया गया है। लेकिन जिस जगह को कब्रिस्तान के लिए आरक्षित किया गया है, वहां पर मैंग्रोव्स पहले से ही है। जिसके कारण अब लोग इस बात का आरोप लगा रहे हैं कि कॉलेज को फायदा पहुंचाने के लिए कब्रिस्तान की जगह बदली गई।

मुंबई के डीपी 2014-34 से नगर भू क्रमांक148, 151, 154, 155 ,179 , 176 , 184 और 186 की नमक की जमीन को मुस्लिम दफनभूमि के लिए आरक्षित किया गया था, लेकिन अब ये आऱक्षण बदलकर नगर भू क्रमांक 117 पर कर दिया गया है। जिसका लोगों ने विरोध किया है। बीएमसी में विरोधी पक्षनेता विरोधी पक्षनेता रवि राजा और कांग्रेस के स्थानीय नगरसेवक सुफियान वणू ने एक पत्रकार परिषद को लेकर इसका विरोध किया है।

दोनों ही नेताओं का कहना है कि कब्रिस्तान की जमीन का आऱक्षण बदलने में उन्हें कोई तकलीफ नहीं है लेकिन आरक्षित जमीन लेकर उसे कॉलेज को देना सही नहीं है। कब्रिस्तान के लिए 4.8 एकड़ की जमीन को आरक्षित रखा गया था। जिस नई जगह पर कब्रिस्तान के लिए जमीन को आरक्षित किया गया है, वहां पर बड़े पैमाने पर मैंग्रोव्स हैं, साथ ही वहां से टाटा कंपनी की बिजली की बड़ी बड़ी वायरें भी पास होती हैं। जिसके कारण यहां पर कब्रिस्तान बनाना मुश्किल है।

रे रोड के नारियलवाडी के बाद शिवडी में मुस्लिमों के लिए एक कब्रिस्तान है। लेकिन शिवड़ी से वड़ाला और फिर कुर्ला तक कब्रिस्तान ना होने की वजह से एंटॉप हिल के कब्रिस्तान पर लोगों को जाना पड़ता है। जिसके कारण विद्यालंकार कॉलेज के पास एक कब्रिस्तान के लिए जगह आरक्षित की गई थी। जिसे 1991 से ही आरक्षित किया गया था। हालांकि जिसपर अभी तक किसी भी तरह का कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया गया था।

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