अंधेरी आग हादसे में और भी कई लोगों की मौते हो सकती थी अगर एक डिलिवरी बॉय देवदूत बनकर सामने नहीं आया होता तो। स्विगी में काम करने वाले 20 साल के सिद्धू हुमानाबाड़े ने इस हादसे के दौरान 10 लोगों को रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई। चौकानें वाली बात यह है कि इस हादसे में सिद्धू खुद घायल हो गये और उनका इस समय इलाज चल रहा है। उनकी हालत इस समय स्थिर बताई जाती है।
सिद्धू बताते हैं कि वे फूड डिलीवरी करने मरोल जा रहे थे तभी उन्होंने ESIC अस्पताल में से लोगों को भागते और बिल्डिंग से धुआं निकलते देखा। सिद्धू कहते हैं कि बिना कुछ सोचे समझे वे भी लोगों को बचाने के काम में जुट गये। वे आगे कहते हैं कि फायर ब्रिगेड के बचाव कर्मियों के साथ मिलकर उन्होंने पांच मंजिला अस्पताल से मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला।
वे कहते हैं कि बिल्डिंग के अंदर इतना अधिक धुआं था कि लोगों को देख पाना मुश्किल हो रहा था। साथ ही धुएं के कारण सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। लगभग तीन घंटे तक मरीजों की जान बचाने में सिद्धू जुटे रहे। इसके बाद अचानक उनके सीने में दर्द होने लगा और उन्हें सेवन हिल्स अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा।
डॉक्टरों का कहना है कि सिद्धू की स्थिति अब ठीक है उन्हें जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। सिद्धू के भाई का कहना है कि बचाव कार्य के दौरान सिद्धू की बाइक, हेलमेट और खाने का सामान भी चोरी हो गया।