93 मुंबई ब्लास्ट का मुख्य आरोपी टाइगर मेमन पुलिस के लिए अभी भी बना हुआ है रहस्य

ब्लास्ट के बाद से जब से मूसा भागा है उसकी और दाऊद की एक भी तस्वीर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ नहीं लगी है। वह जिन्दा है या मर चुका है इसकी भी जानकारी मुंबई पुलिस के पास नहीं है,

93 मुंबई ब्लास्ट का मुख्य आरोपी टाइगर मेमन पुलिस के लिए अभी भी बना हुआ है रहस्य
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मुंबई 1993 के सीरियल ब्लास्ट का आरोपी टाइगर मेनन के खासमखास मुनाफ हलारी मूसा की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी कामियाबी मानी जा रही है। 1993 के ब्लास्ट में मूसा भी सहभागी था। जांच में पता चला था कि इसने तीन स्कूटर उपलब्ध कराए थे जिसमें से एक झावेरी बाजार में ब्लास्ट हो गया जबकि दो को जब्त कर लिए गए थे। यही नहीं कल जब मूसा को गिरफ्तार किया गया तो इसके पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट भी मिला। बताया जाता है कि इस पासपोर्ट को मेनन ने ही पाकिस्तानी सरकार की सहायता से बनवाया था। इसके पहले भी मूसा को ड्रग तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक जमानत से फरार होने के बाद मूसा अलग अलग रास्तों के जरिये नेपाल पहुंचा और वहां से पकिस्तान भाग गया। पाकिस्तान में उसे टाइगर मेमन ने शरण दी। वहां उसने अपना नाम बदल कर अनवर मोहम्मद कर लिया और इसी नाम पर इसने पासपोर्ट भी बनवा लिया। इसी पाकिस्तानी पासपोर्ट पर वह केन्या जाता और वहां से नशे का कारोबार ऑपरेट करता था। बताया जाता है कि इस नशे के कारोबार को छुपाने के लिए वह चावल-गेहूं का आयात-निर्यात करता था।

 

पिछले साल पकिस्तान समुद्री रास्ते से 35 पैकेट ड्रग भारत भेज रहा था, जिसे सुरक्षा बलों ने गुजरात में पकड़ लिया। इस मामले में 5 पाकिस्तानियों को गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ में ही मुनाफ हलारी मूसा का नाम सामने आया। जांच एजेंसियों को इन पाकिस्तानियों से मुनाफ का पासपोर्ट नंबर भी मिल गया था। इस नंबर को देश के सभी एयरपोर्ट पर भेजकर उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया था, जिसकी सहायता से मुनाफ की गिरफ्तारी संभव हो सकी।

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इसके अलावा पूछताछ में एक और शख्स का नाम सामने आया जिसका नाम था हाजी हसन। हाजी हसन ने मूसा को गुजरात समुद्री रास्ते से ही भारत में विस्फोटक भेजने का आश्वासन मूसा को दिया था।

जांच अधिकारियों के अनुसार, 1993 के ब्लास्ट के बाद मुनाफ दो बार भारत आ चुका था। रविवार की गिरफ्तारी से पहले वह आखिरी बार साल, 2014 में अटारी बॉर्डर से भारत में घुसा था और काफी समय मुंबई में भी रहा था। उसके पास से जो पाकिस्तानी पासपोर्ट जब्त किया गया, पाकिस्तान में उसे दो बार रिन्यू किया जा चुका है।

हालांकि मूसा की गिरफ्तारी के बाद भी अभी तक टाइगर मेमन के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है।ब्लास्ट के बाद से जब से मूसा भागा है उसकी और दाऊद की एक भी तस्वीर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ नहीं लगी है। वह जिन्दा है या मर चुका है इसकी भी जानकारी मुंबई पुलिस के पास नहीं है, इसिलिए टाइगर मेमन अभी भी पुलिस के लिए एक रहस्य बना हुआ है।

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