कांजूरमार्ग पुलिस की थर्ड डिग्री से आरोपी की मौत?

मृतक के बेटे ने पुलिस पर आरोप लगाया है की पुछताछ के दौरान पुलिस ने मृतक के साथ गंभीर मारपीट की

कांजूरमार्ग पुलिस की थर्ड डिग्री से आरोपी की मौत?
SHARES

धोखाधड़ी करने के आरोप में कांजूरमार्ग पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए 47 साल के आरोपी की जे जे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस आरोपी का नाम प्रदीप राउत बताया जा रहा है। प्रदीप के बेटे जय का कहना है की गुन्हा की कबूली करने के लिए पुलिस द्वारा दिये गए टॉर्चर से उसे गैंगरीन हो गया था। जिसके इलाज के लिए प्रदीप को जे जे अस्पता लेकर आया गया था। इलाज के दौरान प्रदीप की मौत हो गई। जय ने इसकी शिकायत पुलसि उपायुक्त के पास की है।


यह भी पढ़े- मुंबई के डॉक्टर ने फेसबुक से मांगा 2 करोड़ रूपये का हर्जाना

क्या है पूरा मामला

भांडुप इलाके में रहनेवाला प्रदीप 1996 में रिक्शा चलाता था। घर के पूरे खर्च की जिम्मदेरी प्रदीप के उपर ही थी। प्रदीप ने एलआईसी एजेंट के रुप में कार्य करना शुरु किया। कुछ दिनों के बाद उसने अपनी पत्नी और बेटे को भी एलआईसी का एंजेट बना दिया। कुछ दिनों पहले प्रदीप ने भाडुंप में 6 फ्लैट में निवेश किया था। इन फ्लैट को लेकर शिकायतकर्ता और प्रदीप के बीच विवाद पैदा हो गया। इस मामले में शिकायतकर्ता ने प्रदीप के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई। इस मामले में प्रजीप के बेटे और पत्नी को भी आरोपी बनाया गया , लेकिन उन्हे गिरफ्तारी के पहले जमानत मिल गई। लेकिन प्रदीप को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया।

पुलिस स्टेशन में 'थर्ड डिग्री'
कंजुर मार्ग पुलिस स्टेशन की पूछताछ के दौरान पुलिस ने प्रदीप के साथ गंभीर मारापीटी की। जिसके कारण प्रदीप के पैर पर काफीगहरा चोट आया। अदालत ने प्रदीप को ठाणे जेल भेज दिया। प्रदीप को मधुमेह की बीमारी थी, चोट लगने के कारण उसकी हालत और भी खराब हो गई थी। ठाणे जेल के डॉक्टरों ने उन्हे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए कहा।

डॉक्टरों ने रिश्वत मांगी
उस समय, जेल डॉक्टर ने 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी। आखिरकार, प्रदीप के पैर को गैंग्रीन के कारण अस्पताल ले जाया गया। प्रदीप का पैर ठाणे के अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ऑपरेशन किया गया। हालांकि, चोट इतनी गंभीर थी कि प्रदीप के पैर काटने पड़े, हालांकि, उपचार के दौरान 24 अप्रैल को प्रदीप की मृत्यु हो गई।

पुलिस की ओर से मिली धमकी
मुंबई लाइव से बात करते हुए प्रदीप के बेटे जय ने बताया की उन्हे इस मामले में पुलिस की ओर से धमकी मिल रही है। 18 अप्रैल को उनके पैर काटे गए थे, जब हम उनक देखने गए थे तो कांजूरमार्ग पुलिस ने हमसे 5 लाख की मांग की और पैसे ना देने पर मेरी मां और मुझे देख लेने की धमकी भी दी।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें