खंडाला में चार एकड़ जमीन के लिए आरोपी यूसुफ लकडावाला ने सरकारी अधिकारियों और दलालों को 11 करोड़ 50 लाख रुपये की रिश्वत दी थी मामले की जांच में इस बात का खुलासा हुआ। इस मामले में भूमी अभिलेख विभागा के अधिकारी विकास ढेकले और दलाल दीपक गुप्ता इन दोनों आरोपी को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। जांच एजेेंसियों को शक है की इस मामले की जांच का दायरा और भी बढड़ सकता है और इसके साथ ही इस मामले में कई और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
जमीन के लिए 11 करोड़ रुपये की रिश्वत
खंडाला में चार एकड़ की जमीन को यूसुफ लकडावाला ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से हड़पने की कोशिश की। हालांकि, उस समय प्रशासनिक अधिकारी जितेंद्र बडगुजर ने इन कागजातों का फर्जी पाय़ा और इसकी जांच की। इस मामले में, आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने कुछ दिन पहले बिल्डरों यूसुफ लखवाला, मोहन नायर और शौकत सैय्यद मसूर घोरी को गिरफ्तार किया था। दोनों जांचों में यह सामने आया कि ये सभी लेन-देन 11.50 करोड़ रुपये के आसपास के थे।
किसके खाते में कितने पैसे
इस मामले में लकड़ावाला के साथ मुख्य भूमी अभिलेख विभागा के अधिकारी विकास ढेकले और दलाल दीपक गुप्ता भी आरोपी है। इस पूरे लेन देन में पांच करोड़ विकास ढेकले के खाते में आए थे तो वही वही दलाल गुप्ता को एक करोड़ और घोरी को डेढ़ करोड़ रुपये दिये गए थे। आरोपी मोहन नायर को इस काम के लिए युसुफ की ओर से चार करोड़ रुपये दिये गए थे। आरोपी गुप्ता के लोनावला वाले घर में बैठक में साजिश की योजना बनाई गई थी।
जमीन पर कब्जा करने के लिए 1949 के दस्तावेज
आरोपी ने नवाब के स्वामित्व वाली चार एकड़ जमीन जमीन हड़पने के लिए 1949 के फर्जी दस्तावेज का भी इस्तेमाल किया था। मुंबई रजिस्ट्रार कार्यालय में जाली दस्तावेजो को पेश किया गया था। इन सभी आरोपियों को 26 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।