अंधेरी पूर्व स्थित महाकाली केव के अपोलो इंडस्ट्रियल इस्टेट में उस समय सनसनी मच गयी जब गाला नंबर 34 में एक लाश मिली। बताया जाता है कि यह लाश अंबोली इलाके में साल 2011 में हुए एक डबल मर्डर केस के मुख्य गवाह की थी। मरने वाला का नाम अविनाश सोलंकी उर्फ़ बालीचा (38) था।
MIDC पुलिस ने बताया कि अविनाश के सिर, पेट और गुप्तांग पर किसी भारी वस्तु से मारा गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए कूपर अस्पतला भेज दिया। इस मामले में पुलिस दो लोगों की तलाश भी कर रही है।
डबल मर्डर केस का था मुख्य गवाह
आपको बता दें कि 20 अक्टूबर 2011 की रात अंबोली इलाके में एक रेस्टोरेंट के बाहर चार लोगों ने मिल कर केनिन (24) और रुबिन( 29) नामके दो दोस्तों की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार भी किया था, इनके नाम जितेंद्र राणा, सतीश सुलाह, सुनील बोध और दीपक तिवल है। बाद में मौके पर मौजूद अविनाश बालीचा सरकारी गवाह बन गया और उसी के गवाही के बाद इन चारों को उम्र कैद की सजा सुनाई गयी।
यह भी बताया जाता है कि बालीचा मुंबई पुलिस का मुखबिर भी था और काफी अधिकारियों के संपर्क में रहता था।
ड्रग एंगल से शुरू
यह भी जानकारी मिली है कि दस साल पहले अविनाश और उसके मित्र नीलेश को ड्रग बेचते हुए एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने गिरफ्तार किया था। थोड़े समय बाद नीलेश को जमानत मिल गयी लेकिन अविनाश अंदर ही रहा। बाद में अविनाश सरकारी गवाह बन गया। अब पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या अविनाश की हत्या किसी ड्रग बेचने वाले गिरोह ने तो नहीं की है।