विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक मामले में भारत को झटका लगा है। जाकिर नाइक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के भारत की मांग को इंटरपोल ने रद्द कर दिया है। इंटरपोल ने भारत के इस निवेदन को धार्मिक भेदभाव से प्रेरित बताया है।
इंटरपोल ने रद्द किया भारत का निवेदन
24 अक्टूबर से 27 अक्टूबर के दौरान हुई बैठक में इंटरपोल ने यह निर्णय लिया। इंटरपोल के इस कदम से भारतीय एजेंसियों पर सवाल उठ रहे हैं। इंटरपोल ने यह भी कहा है कि भारत की मांग इंटरपोल के नियमों के अनुसार नहीं है, साथ ही इंटरपोल ने जाकिर के खिलाफ भारत द्वारा दिए गए सबूतों को भी अपर्याप्त माना है। इसी के साथ इंटरपोल ने दुनिया भर के अपने कार्यालय को यह भी आदेश दिया है कि वे जाकिर के खिलाफ सभी डेटा नष्ट कर दें।
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इस्लामिक रिसर्च फाऊंडेशन भी जांच के घेरे में
विवादित उपदेशक और धनशोधन के आरोप में भारत ने जाकिर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी थी। यही नहीं भारत ने जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर भी बैन लगा दिया था। अभी भी इस फाउंडेशन के खिलाफ जांच रही है। मई 2016 में जाकिर नाइक फरार होकर मलेशिया चला गया।
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ढाका आतंकी थे फॉलोवर
2016 में बांग्लादेश के ढाका में हुए आतंकी हमले में जाकिर नाइक का नाम सामने आया था। आतंकियों के पास से जाकिर के उपदेश की सीडी मिली थी। बताया जाता है कि आतंकी जाकिर के उपदेश से प्रभावित थे। इसके साथ ही भारत में जाकिर के पीस टीवी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।