कीर्ति मर्डर केस: लाश ढूंढने के लिए पुलिस ले रही आईपीएल के 'ड्रोन' की सहायता


कीर्ति मर्डर केस: लाश ढूंढने के लिए पुलिस ले रही आईपीएल के 'ड्रोन' की सहायता
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कीर्ति मर्डर केस में पुलिस ने लाश को ढूंढने के लिए आकाश पाताल एक कर दिया है। लाश को ढूंढने के लिए पुलिस उस ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रही है जिसका इस्तेमाल क्रिकेट के मैदान में किया जाता है। यह ड्रोन '4K' क्वालिटी का बताया जाता है। माहुल की खाड़ी में मैंग्रोव्ज होने के कारण ड्रोन को जमीन से मात्र 30 से 35 मीटर ऊंचाई तक ही उड़ाया जा रहा है ताकि छोटी से छोटी वस्तु भी अच्छी तरह से दिखाई दे।


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गुत्थी सुलझी लेकिन डेडबॉडी नहीं मिली 
 
आपको बता दें कि कीर्ति मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने कीर्ति के साथ काम करने वाले एक महिला सहित दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन पुलिस के हत्थे अभी तक डेडबॉडी नहीं लगी है। पुलिस के मुताबिक़ कीर्ति के हत्यारे सिद्धेश तम्हणकर और ख़ुशी ने कीर्ति को मार कर उसे माहुल के नाले में फेंक दिया। अब पुलिस के लिए लाश का मिला एक सिरदर्द साबित हो रहा है।


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पुलिस को आ रही कई परेशानियां 
लाश का मिलना इसीलिए भी जरुरी होता है क्योंकि इससे पुलिस अपना पक्ष मजबूती से कोर्ट में रख सकती है। पुलिस को लाश ढूंढने के लिए समुद्र में आने वाली ज्वार और भाटा भी परेशानी खड़ी कर रही है। यही नहीं इस खाड़ी में मैंग्रोव्ज की मात्रा अधिक होने के कारण भी पुलिस को दिक्कत हो रही है। पहले पुलिस ने सामान्य ड्रोन की सहायता ली लेकिन कुछ खास सफलता मिलती न देख उच्च श्रेणी के ड्रोन का इस्तेमाल अब कर रही है।


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ड्रोन की खसियत 
बताया जाता है कि आईपीएल में उपयोग होने वाला यह ड्रोन 'क्यू डिच' कंपनी का है। इस ड्रोन में 16 मेगापिक्सल का कैमरा लगा हुआ है साथ ही 128 जीबी की मेमोरी कार्ड भी इंस्टॉल है। यह ड्रोन एक से डेढ़ किलोमीटर तक उड़ कर जा सकता है और 500 मीटर ऊंचाई तक उड़ सकता है।
आपको बता दें कि 'क्यू डिच' कंपनी कई बार पुलिस को मदद के लिए ड्रोन उपलब्ध कर चुकी है। अभी हाल ही में जब राजस्थान में हिंसा भड़की थी तब भी इसी ड्रोन की सहायता ली गयी थी। यही नहीं तेलंगाना और छतीसगढ़ के जंगलों में भी नक्सलियों को ढूंढने के लिए भी इस ड्रोन की सहायता ली जाती है। इस ड्रोन का किराया एक दिन का 35 से 40 हजार रुपया बताया जाता है।

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