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महाराष्ट्र के सभी सरकारी स्कूलों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी जानकारी

महाराष्ट्र के सभी सरकारी स्कूलों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
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महाराष्ट्र के सभी माध्यमों के निजी प्रबंधन स्कूलों में सीसीटीवी (cctv in school)  लगाने के संबंध में निर्देश दिये गये हैं। इसके अनुसार आगामी शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले सभी निजी स्कूलों में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रो. वर्षा गायकवाड़ ने विधान परिषद को दिए एक बयान में कहा कि कैमरों को चालू रखने के लिए इसे सख्ती से लागू किया जाएगा।

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रो. गायकवाड़ ने कहा कि "राज्य के सरकारी/स्थानीय निकायों के स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी लगाने की नीति तय की गई है, राज्य में लगभग 65,000 सरकारी और स्थानीय सरकारी स्कूल हैं, जिनमें से वर्तमान में 1624 स्कूलों में सीसीटीवी लगे हैं, बाकी सरकारी/स्थानीय सरकारी स्कूलों में अगले वर्ष चरणबद्ध तरीके से सीसीटीवी लगाए जाएंगे, इसके लिए व्यय जिला योजना एवं विकास निधि (DPDC)/स्थानीय स्वशासन निधि/ CSR द्वारा वहन किया जाएगा"

प्रदेश के सभी विद्यालयों में बालक-बालिकाओं के लिए निष्पक्ष एवं समान वातावरण के निर्माण एवं सभी विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सखी-सावित्री समिति का गठन किया जायेगा।इन समितियों का गठन अगले 15 दिनों में किया जाएगा।स्कूल स्तरीय सखी-सावित्री समिति में स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष, महिला शिक्षक प्रतिनिधि, परामर्शदाता, चिकित्सा विशेषज्ञ (महिला प्रतिनिधि), पुलिस पाटिल, महिला ग्राम पंचायत सदस्य, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला अभिभावक प्रतिनिधि, स्कूल छात्र प्रतिनिधि (2 पुरुष और 2 महिला) शामिल हैं। छात्रों) आदि को शामिल किया गया है।

सखी-सावित्री समिति के माध्यम से विद्यालयों में अनुकूल, समतामूलक एवं स्वस्थ वातावरण बनाने पर ध्यान दिया जायेगा। समिति मासिक सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त करती है। फुटेज चेक करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसमें किसी प्रकार की आपत्ति होने पर समिति इसकी रिपोर्ट स्कूल प्रबंधन समिति को देगी और शिकायत का समाधान होने तक इसका पालन किया जाएगा।

सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगे हों या नहीं, सखी-सावित्री समितियों के गठन और नियंत्रण के लिए आयुक्त (शिक्षा) जिम्मेदार होंगे।स्कूलों में लड़कियों के मार्गदर्शन की जिम्मेदारी एक महिला शिक्षक को दी जाएगी।पुलिस विभाग द्वारा पुलिस थाना स्तर पर पुलिस काका/पुलिस दीदी की अवधारणा को लागू किया गया है और इन पुलिस काका और पुलिस दीदी के साथ-साथ सखी-सावित्री समिति के महत्वपूर्ण सदस्यों के नाम और मोबाइल नंबर स्कूल पर प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे।

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