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15 फरवरी से शुरू होंगे राज्य के कॉलेज

कॉलेजों को शुरू करते समय Covid -19 के बारे में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य होगा।

15 फरवरी से शुरू होंगे राज्य के कॉलेज
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राज्य के सभी गैर-कृषि विश्वविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, स्व-वित्तपोषित विश्वविद्यालयों और उनकी शाखा कॉलेजों की शुरुआत 15 फरवरी से शुरू होंगी। इस बात की घोषणा उच्च और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री उदय सामंत (uday samant) ने की।

कॉलेजों को शुरू करते समय Covid -19 के बारे में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य होगा। उदय सामंत ने कहा कि, 'छात्रों के शैक्षणिक हित और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए, विश्वविद्यालय में छात्रों की 75% अनिवार्य उपस्थिति को अनिवार्य नहीं किया गया है। साथ ही उपस्थिति के संदर्भ में छात्रों को ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों विकल्प उपलब्ध कराए जाने चाहिए।'

उदय सामंत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, छात्रों और अभिभावकों के लिए यह महत्वपूर्ण घोषणा की।उन्होंने कहा, राज्य में कॉलेजों के प्रकोप के कारण कॉलेज बंद किए गए थे। कॉलेजों को शुरू करने की मांग विभिन्न क्षेत्रों द्वारा की जा रही थी। इस संबंध में, सभी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलरों से 1 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात करके पाठ्यक्रम, परीक्षा योजना, छात्रावास के बारे में एक मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) तैयार करने केे निर्देश दिए गए।

उदय सामंत ने कहा कि, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के 5 नवंबर, 2020 के दिशानिर्देशों के सूचना अनुसार जगह की उप्लब्धता को देखते हुए 50 फीसदी छात्रों को रोटेशन पद्धति से क्लास में प्रवेश देने संबंधी चर्चा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) सेे करने केे बााद ही इस पर निर्णय लिया गया।

राज्य के कंटेन्मेंट जोन (contentment zone) में स्थित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को शुरू करने के लिए, स्थानीय म्यूनिसिपल कमिश्नर या कलेक्टर और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में आते हैं तो उन्हें संबंधित विश्वविद्यालय द्वारा परामर्श किया जाना चाहिए। साथ ही स्थानीय स्तर पर कोविड -19 की व्यापकता और स्थानीय परिस्थितियों और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की उपलब्धता को देखते हुए, संबंधित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नियमित कक्षाएं शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।  उदय सामंत ने कहा कि संबंधित विश्वविद्यालयों को स्थानीय अधिकारियों की सहमति से कॉलेज शुरू करने चाहिए।

विश्वविद्यालयों के छात्रावासों की चरणबद्ध तरीके से शुरुआत की जाएगी, साथ ही छात्रावासों के लिए विद्युत और सुरक्षा ऑडिट आयोजित करने का भी निर्देश दिया गया है। उदय सामंत नेे जानकारी दी कि, छात्रों को परीक्षा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प प्रदान किए जाएंगे।

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