मुंबई यूनिवर्सिटी कलिना कैम्पस में उस समय हड़कंप मच गया जब वहां बनी गग्रीन टेक्नोलॉजी बिल्डिंग में आग लग गयी। बताया जाता है कि यह आग शॉर्ट सर्किट होने के कारण लगी। लेकिन चौकानें वाली बात यह थी कि जब यह आग लगी तब उस इमारत में उत्तर पुस्तिका की स्कैनिंग का काम चल रहा था। अब उत्तर पुस्तिका की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए विद्यार्थी संगठन ने इस मामले की जांच की मांग की है।
किसी साजिश की आशंका?
घटना गुरूवार की है, जब मुंबई यूनिवर्सिटी कलिना कैम्पस की ग्रीन टेक्नोलॉजी बिल्डिंग में अचानक आग लग गयी।
यह आग पॉवर बैकअप देने वाले दो यूपीएस में लगी थी।
जिस समय यह आग लगी उसी समय बिल्डिंग में उत्तर पुस्तिका जांचने का भी काम चल रहा था।
गनीमत रही कि इस आग में किसी भी प्रकार का जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। लेकिन इस आग की घटना को लेकर विद्यार्थी संगठन ने उत्तर पुस्तिका की सुरक्षा पर ही सवाल उठा दिए।
किसी साजिश की आशंका के मद्देनजर संगठन का कहना है कि इस आग लगने की घटना की जांच की जाए।
लापरवाही आने सामने
युवा सेना सीनेट सदस्य प्रदीप सावंत शशिकांत झोरे और शीतल सेठ ने भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
शीतल सेठ ने बताया कि आग को बुझाने के लिए जो संयंत्र मौके पर मौजूद था वे काम नहीं कर रहे थे।
बगल वाली बिल्डिंग से अग्निशमन यंत्र लाकर आग को बुझाने का कार्य किया गया।
उन्होनें आगे कहा कि पहले भी इस तरह की आग लग चुकी है।
जब आग लगने का मामला बार बार सामने आ रहा है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों कोई उपाय नहीं कर रही है?
कलिना कैम्पस के ग्रीन टेक्नोलॉजी बिल्डिंग में लगी आग को बढ़ने से पहले ही उसे बुझा दिया गया था। जहां आग लगी थी उस स्थान से वह स्थान काफी दूर है जहां पेपर चेकिंग का काम चल रहा था। यूनिवर्सिटी में उपस्थित सभी उत्तर पुस्तिका सुरक्षित है, इस आग से कोई नुकसान नहीं हुआ।
-विनोद मालाले, जनसंपर्क अधिकारी