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महाराष्ट्र: कम होते केस को देखते हुए सरकार फिर से स्कूल खोलने पर कर रही है विचार

इस बारे में टोपे ने आगे बताया कि, मुख्यमंत्री 15 दिनों के बाद महामारी की स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद अंतिम निर्णय लेंगे। हमने उन इलाकों में 50 प्रतिशत क्षमता वाले स्कूलों को फिर से खोलने की मांग है जहां कोरोना के मामले कंट्रोल में हैं।

महाराष्ट्र: कम होते केस को देखते हुए सरकार फिर से स्कूल खोलने पर कर रही है  विचार
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कोरोना महामारी (corona pandemic) के मद्देनजर आम आदमी सहित महाराष्ट्र सरकार को भी राहत मिली है। पिछले कुछ दिनों से मुंबई में कोरोना संक्रमण (cocinavirus in mumbai) के केस कम आ रहे हैं। कोरोना के कम होते केस को देखते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) ने ने कहा कि अगले 10-15 दिनों के बाद महाराष्ट्र में स्कूलों को फिर से खोलने (school reopen) पर विचार किया जाएगा।

यह विचार इसलिए भी किया जा रहा है क्योंकि बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण कम ही देखने को मिलते हैं और दूसरी बात कि छात्रों को पढ़ाई का नुकसान भी हो रहा है।

हालांकि टोपे ने आगे यह भी कहा कि, इस बारे में अंतिम फैसला महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) करेंगे।

बता दें कि, बढ़ते COVID-19 और ओमिक्रोन (omicron) वेरिएंट के मामलों के बीच सभी स्कूलों को बंद करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले को लेकर लोग विरोध भी जता रहे हैं।

अभी हाल ही में औरंगाबाद के एक एमएलसी (MLC) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।

अपने पत्र में एमएलसी ने मुख्यमंत्री से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूलों और कॉलेजों को फिर से शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।

इस बारे में टोपे ने आगे बताया कि, मुख्यमंत्री 15 दिनों के बाद महामारी की स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद अंतिम निर्णय लेंगे। हमने उन इलाकों में 50 प्रतिशत क्षमता वाले स्कूलों को फिर से खोलने की मांग है जहां कोरोना के मामले कंट्रोल में हैं। स्कूलोंं को फिर से खोलने की मांग पिछले कुछ समय से बढ़ रही है। इसका कारण यह भी है कि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।

हालांकि मुंबई सहित महाराष्ट्र में कोरोना के मामले भले ही कम सामने आ रहे हो लेकिन अभी भी स्थिति बेहतर नहीं कही जा सकती। लोगों द्वारा कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।

इस पर चिंता व्यक्त करते हुए टोपे ने कहा कि 'लगता है कि लोग कोरोना वायरस से डरते नहीं हैं।  COVID-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।  आम लोगों के साथ-साथ राजनेताओं को भी भीड़भाड़ से बचना चाहिए।'

इससे पहले, राज्य सरकार ने राज्य भर में COVID-19 मामलों में वृद्धि के कारण महाराष्ट्र में स्कूलों को 15 फरवरी तक बंद करने की घोषणा की थी।

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