राज्यभर में स्कूलो में होनेवाली प्राईवेट परिक्षा पर शिक्षा विभाग ने जनवरी महिने से अभी तक रोक लगा रखी थी। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने इस रोक को हटा लिया है, और साथ की कुछ शर्ते के साथ इन्हे फिर से शुरु करने दा आदेश जारी कर दिया है।
विद्यार्थियों पर पड़नेवाले दबाव और अभिभावको से होनेवाली शिक्षा के नाम के लूट को रोकने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से इस प्राईवेट परीक्षा पर रोक लगा दी गई थी। इस परीक्षा के द्वारा बड़े पैमाने पर अभिभावको से पैसे वसूले जाते थे। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने नियमों में कुछ बदलाव करते हुए इन्हे फिर से शुरु करने की इजाजत दे दी।
क्या है शर्ते
पढ़ाई को बढ़ावा देने लिए परीक्षा का आयोजन किया जाए
राष्ट्रपुरुषो के बारे में बताने के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाए।
परीक्षा के लेने के पहले संस्था को तीन साल का उकाउंट रजिस्टाक कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य है।
परीक्षा के परिणाम वेबसाईट पर लगाए जाये
परीक्षा में हिस्सा लेना छात्रों के लिए अनिवार्य ना हो
स्कूलों पर परीक्षा लेना बंधनकारक नहीं
पैसा कमाना परीक्षा का उद्देश ना हो।