मुंबई में बप्पा के आगमन की तैयारियां जोरो पर है। कई पंडालो ने पहले से ही बप्पा को पंडाल में लाकर बैठा दिया है। हालांकी कई पंडाल ऐसे भी है जो गणेश चतुर्थी के मौके पर ही बप्पा की मुर्ति को लेकर आएंगे। लेकिन इस साल बप्पा के विसर्जन में पंडालों को थोड़ा अतिरिक्त समय लग सकता है और इसकी वजह है मुंबई में बीएमसी द्वारा ब्रिजो को बंद करना या फिर सिर्फ हल्के वाहनों के लिए ब्रिज को खुला रखना।
मुंबई सहित उपनगर में भी खतरनाक हो चुके 29 पुलों को बंद किया गया है। इनमें से कुछ ब्रिज हल्के वाहन तो कुछ ब्रिज भारी वाहनों के लिए बंद किये गये हैं। यही नहीं इनमें से कुछ ब्रिज ऐसे भी हैं जहां से बप्पा को ले आने और ले जाने का उपयोग होता था। गणेश चतुर्थी 2 सितंबर को है, तो छोटी गणपति का आगमन 1 या 2 सितंबर को होगा जबकि बड़ी-बड़ी गणपति का आगमन लगभग शुरु हो गया है।
पंडालो को हिदायत
गणशोत्सव समन्वय समिती ने पंडालो को हिदायत ही है की बप्पा के मुर्ति के आगमन के समय सिर्फ मुर्ति और उसके साथ 10 से 12 लोग ही एक समय पर ब्रिज पर जाएंगे। बप्पा की मुर्ति ब्रिज से गुजर जाने के बाद पंडाल के बाकी सदस्य ब्रिज के जरिये उतरेंगे। इसके साथ ही समीती ने हिदायत ही है की ब्रिज पर किसी भी तरह का कोई डांस नहीं होगा। लेकिन इन सबमे में बप्पा के विसर्जन में थोड़ा समय लग सकता है। क्योकी आगमन के समय मुर्ती लाने की तारिख अलग अलग हो सकती है लेकिन विसर्जन का एक ही दिन होगा जिससे थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।
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