सभी जानते हैं कि गणपति बप्पा को मोदक पसंद है। लेकिन बप्पा को मोदक इतना पसंद क्यों है? क्या आपको इस बारे में पता है आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
पुराणों के अनुसार देवताओं ने पार्वती को अमृत से बना एक दिव्य मोदक दिया था। मोदक को देखकर उनके दो पुत्र कार्तिकेय और गणेश ने उनका अनुसरण करते हुए कहा कि उन्हें वह मोदक मिल जाए। उस समय पार्वती ने मोदक का वर्णन किया। लेकिन इसके साथ एक शर्त रखी जाती है कि जो भी श्रेष्ठ होगा उसे वह मोदक मिलेगा।
यह सुनकर कार्तिकेय मोर पर बैठ गए और सभी तीर्थों का भ्रमण किया। इसलिए गणेश केवल अपने माता-पिता के पास गए। यह देखकर पार्वती ने कहा, पूजा, तीर्थों के दर्शन, एक तरफ यज्ञ, मंत्र, व्रत और दूसरी तरफ माता-पिता की पूजा। माता-पिता की पूजा सर्वोत्तम है। तो शंकर-पार्वती ने निश्चय किया कि यह मोदक गणेश को ही देना चाहिए। उसके बाद मोदक गणेश जी का प्रिय भोजन बन गया।