8 अगस्त और 9 सितंबर के बीच आयोजित, मुंबई के पांचवें सीरो-सर्वेक्षण (Sero survey) में एंटीबॉडी के (Covid antibody) एक प्रमुख प्रसार को दर्शाया गया, जिसमें 8,000 से अधिक नागरिकों में से 86.64% ने कोरोनोवायरस के प्रकटीकरण को दर्शाते हुए जांच की।
सर्वेक्षण में शामिल लगभग 65 प्रतिशत या तो पूरी तरह से टीकाकरण के लिए या कम से कम एक टिका लिया था। 90.26 ने एंटीबॉडी विकसित कर ली थी। 35% अशिक्षित लोगों में से 79.86% में एंटीबॉडी थे। इसके अतिरिक्त, मलिन बस्तियों और गैर-झुग्गी बस्तियों में होने वाली घटनाओं में अंतर नगण्य है। लिंग-वार सीरो-प्रचलन में थोड़ा अंतर है। महिलाओं ने 88.29 सीरो-प्रचलन दिखाया जबकि पुरुषों ने 85.07 दिखाया।
Sharing good news.
86.6 % herd immunity in mumbai.
Pls follow covid appropriate behaviour always.
Warm regards pic.twitter.com/xCqkfrhdhz— I S Chahal (@IqbalSinghChah2) September 17, 2021
लेकिन बीएमसी डॉक्टरों ने एक चेतावनी दी कि परिणाम आईजीसी एंटीबॉडी के सुरक्षात्मक स्तरों की तस्वीर नही है, इसलिए लोगों को कोविड नियमो का पालन करना चाहिए।
अपर नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि वे सीरो-सर्वेक्षण के परिणामों को सकारात्मक रूप से देख रहे हैं, लेकिन प्रतिबंधनो को कम नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों का मानना है कि अगर कोविड के उचित व्यवहार का पालन नहीं किया गया तो लोग प्रभावित हो सकते हैं। भले ही लक्षण हल्के या मध्यम हों। लोगों को हाथ धोना चाहिए, मास्क पहनना चाहिए और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएमसी ने एक बयान में कहा कि टीकाकरण करने वालों में सीरो-प्रचलन गैर-टीकाकरण वाले लोगों की तुलना में अधिक है और टीकाकरण अभियान को और तेज करना महत्वपूर्ण है।