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कोरोना वैक्सीन आने पर सबसे पहले किसे दिया जाएगा, BMC प्लानिंग में जुटी

जब भी वैक्सीन आती है, हम 15 दिनों के भीतर अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं और निजी स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों की मदद से वरिष्ठ नागरिकों और अति जरूरतमंदों को यह टीका दे सकते हैं।

कोरोना वैक्सीन आने पर सबसे पहले किसे दिया जाएगा, BMC प्लानिंग में जुटी
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बढ़ते हुए कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप को देखते हुए दूनिया भर में कोरोना के टीका (Corona vaccine) तैयार करने की कोशिशें जारी हैं। भारत मे भी युद्ध स्तर पर टीका तैयार करने का कार्य प्रगति पर है।

टीका तैयार होने के बाद उसके वितरण प्रणाली को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) रणनीति तैयार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले कुछ महीनों तक अभी टीका उपलब्ध नहीं हो पाएगा।

बीएमसी के अनुसार, 1.24 करोड़ से अधिक लोगों यानी लगभग 30 प्रतिशत आबादी को यह टीका सबसे पहले दिया जाएगा। इसमें भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फ्रंटलाइन स्टाफ के साथ- साथ वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं।

ऐसा कहा जाता है कि शहर में वैक्सीन को प्रभावी ढंग से वितरित करने के लिए BMC निजी और सरकारी अस्पतालों की मदद लेगी। इसके साथ ही BMC टीकों के वितरण के लिए क्लीनिक, स्वास्थ्य केंद्रों और मैटरनिटी होम्स की भी सहायता लेगी।

अक्टूबर के अंत तक बीएमसी के द्वारा किए जा रहे 'माय फैमिली-माय रिस्पॉन्सिबिलिटी’ (my family my responsibiliti) के डोर-टू-डोर सर्वे के निष्कर्ष के बाद टीका वितरण की रणनीति बनाई जाएगी। इस सर्वे के अक्टूबर तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है।

BMC के अतिरिक्त नगर आयुक्त, सुरेश काकानी ने कहा - “वैक्सीन के बनने में अभी कुछ समय लग सकता है, लेकिन हम नवंबर से ही अपनी योजना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा, एक बार 'मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी’ कार्यक्रम पूरा होते ही हमें उन व्यक्तियों या समूहों का डेटा मिल जाएगा, जिन्हें पहले टीका दिए जाने की आवश्यकता है। जब भी वैक्सीन आती है, हम 15 दिनों के भीतर अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं और निजी स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों की मदद से वरिष्ठ नागरिकों और अति जरूरतमंदों को यह टीका दे सकते हैं।

हालांकि BMC पहले से ही कोरोना वायरस के लक्षणों के लिए नागरिकों की जांच शुरू कर दी है, जबकि आने वाले महीनों में भी सुरक्षा को देखते हुए दिशानिर्देश भी प्रदान कर रही है। इसके लिए BMC ने मुंबईकरों की स्क्रीनिंग के लिए 5,000 टीमें बनाई है जिसमें करीब 15,000 फ्रंटलाइन कर्मचारी काम कर रहे हैं।

इस डोर-टू-डोर सर्वे में बीएमसी को कई वरिष्ठ नागरिकों में COVID -19 के लक्षण देखने को मिले। इन सभी में ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उसकी भरपाई करने के लिए ऑक्सीजन थेरेपी का उपयोग करने की सिफारिश की गई। BMC के मुताबिक उसने इस सर्वेक्षण के माध्यम से लगभग 10 लाख वरिष्ठ नागरिकों की जांच की।

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