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महाराष्ट्र में 2000 से भी ज्यादा मरीजी ठीक, मालेगांव इलाके पर विशेष ध्यान

राज्य के स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे ने इसकी जानकारी दी

महाराष्ट्र में 2000 से भी ज्यादा मरीजी ठीक, मालेगांव इलाके पर विशेष ध्यान
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कोरोना वायरस के बढ़ते मरीज़ो की संख्या के मद्देनजर मुंबई में 2,000 अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। राज्य के स्वास्थ मंत्री राजेश टूट ने इसकी जानकारी दी।स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि एक नई प्रक्रिया का निर्णय लिया गया है कि पहले उन वरिष्ठ नागरिकों का सर्वेक्षण किया जाए, जिनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य बीमारियों (कोमोरिड) के लक्षण हैं और फिर यदि आवश्यक हो तो उन्हें समय पर इलाज करना चाहिए।


राज्य के अस्सी-तीन प्रतिशत कोरोना रोगियों में कोई लक्षण नहीं हैं। स्वस्थ मंत्री ने बताया कि अभी तक राज्य में कुल 2000 से भी ज्यादा मरीजी ठीक होकर वापस घर चले गए है।कोरोना से मरने वालों की संख्या घटकर 3.5 प्रतिशत रह गई है। राज्य के कोरोना रोगी की दोहरी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।राज्य में कार्यरत 45 प्रयोगशालाएँ।  इसमें 25 सरकारी और 20 निजी प्रयोगशालाएँ हैं।  प्रति दिन 7,000 से अधिक परीक्षणों की क्षमता वाले प्रयोगशाला काम कर रहे है।  10,000 सर्वेक्षण दल काम कर रहे हैं और 43 लाख लोगों का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है


केंद्रीय मानदंडों के अनुसार राज्य में जिलों का वर्गीकरण।  केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार, राज्य के 36 जिलों में से 14 जिले लाल क्षेत्र में, 16 ऑरेंज क्षेत्र में और 6  ग्रीनक्षेत्र में हैं। मालेगांव पर विशेष फोकस है।  घनी आबादी वाले शहर होने के नाते, विशेष उपायों की आवश्यकता है।मालेगांव में 100% निजी क्लिनिक शुरू करने पर जोर।  यदि क्लिनिक शुरू नहीं हुआ है, तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।


मालेगांव में निजी और सरकारी बुखार क्लीनिक शुरू करने के निर्देश दिए गए है। शासन सरकार निजी डॉक्टरों को पीपीई किट प्रदान करने के लिए तैयार है।  कोरोनरी हृदय रोग के अलावा अन्य बीमारियों के रोगियों को उपचार की आवश्यकता होती है।मालेगांव के सरकारी अस्पताल में शासकीय रिक्तियों को तुरंत भरा जाएगा।

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