देश के मशहुर होम्योपैथ डॉ प्रफुल्ल विजयकर का गुरुवार शाम को निधन हो गया। डॉ प्रफुल्ल विजयकर के निधन के साथ ही पूरे मेडिकल जगत में एक निशाना फैल गई है। डॉ प्रफुल्ल विजयकर न केवल एक लोकप्रिय होमयोपैथ थे बल्की मेडिकल के क्षेत्र में भी उन्होने अहम योगदान दिया था।
( राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ डॉ प्रफुल्ल विजयकर )
डॉ प्रफुल्ल विजयकर का जन्म 4 अगस्त 1952 को हुआ , चिकित्सा की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होने 1974 से अभ्यास ( practice) शुरु की। भारत में होम्योपैथ को लोकप्रिय बनाने और आम लोगों के तक उसे पहुंचाने में डॉ प्रफुल्ल विजयकर ने अपना पूरा योगदान दिया।
एक चिकित्सक होने के साथ ही उन्होने कई लोगों को होमयोपैथ के बारे में शिक्षित भी किया। इसके साथ ही उन्होने कई पुस्तके भी लिखी थी। उनके योगदान को देखते हुए चिकित्सक समुदाय द्वारा उन्हे राष्ट्रपति से एसएलसी(MLC) बनाने की भी मांग की गई थी।