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घर पर ही कोरोना की जांच करना कितना सही? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

डॉक्टरों का कहना है कि, इन उपकरणों का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। केवल चेकअप करने के लिए ही इन उपकरणों को खरीद कर डॉक्टरों के पास न जाना यह ठीक नहीं है, बल्कि यह मुसीबत को बुलाने जैसा ही है।

घर पर ही कोरोना की जांच करना कितना सही? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
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कोरोना काल (Corona pandemic) के दौरान हर कोई नार्मल बुखार होने पर भी डॉक्टर के पास जाने से डरता था। इससे लोगों के बुखार में न केवल वृद्धि हो जाती थी, वरन लोगों में घर पर ही रखकर बुखार या कोरोना चेकअप (corona checkup) करने की प्रवृत्ति ने जन्म लिया।  हालांकि कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसके पक्ष में भी थे।

कोरोना काल में ऐसे बहुत से लोग थे, जिन्होंने अपने घर पर ही थर्मल स्कैनर्स (इंफ्रारेड तापमान गन), पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मशीन, ईसीजी मॉनिटर, डिजिटल घड़ियाँ सहित अन्य वस्तुएं अपने घर पर लाकर रख दिया, ताकि वे खुद ही कोरोना के लक्षण जान कर क्वारंटीन हो सके और भाप, दवाई और काढ़ा पीकर कोरोना को ठीक कर सकें। यही नहीं इन उपकरणों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ने भी लगी।

लेकिन अब सवाल यह उठता है कि, क्या इन उपकरणों का उपयोग करना वास्तव में कितना उचित है? साथ ही पेशेवर डॉक्टर इन उपकरणों का उपयोग करने से भी रोकते हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि, इन उपकरणों का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। केवल चेकअप करने के लिए ही इन उपकरणों को खरीद कर डॉक्टरों के पास न जाना यह ठीक नहीं है, बल्कि यह मुसीबत को बुलाने जैसा ही है।

सबसे पहले जानते हैं कि वे कौन कौन से उपकरण हैं जो लोग खरीद कर अपने घर पर ही खुद चेकअप कर ले रहे हैं।

नॉन कांटेक्ट इन्फ्रारेड थर्मामीटर


इस समय वर्तमान में सब जगह नॉन कांटेक्ट थर्मामीटर का ही उपयोग किया जा रहा है। इस उपकरण का उपयोग शरीर के तापमान को मापने के लिए किया जाता है। इस थर्मामीटर की मदद से आप अपने और अपने परिवार के सदस्यों या किसी के शरीर का तापमान आसानी से जांच सकते हैं।

डिजीटल मॉनिटर ब्लडप्रेशर मशीन

आप डिजिटल मॉनीटर ब्लड प्रेशर मशीन की मदद से घर पर ही अपना ब्लड प्रेशर चेक कर सकते हैं। इस मशीन की मदद से आप पल्स रेट की गणना भी कर सकते हैं। यह मशीन बाजार में आसानी से उपलब्ध है।

पल्स ऑक्सीमीटर

आपके रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कितना है, इसे पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से मापा जा सकता है। यह मशीन छोटी लेकिन बहुत उपयोगी है। डॉक्टर की सलाह के बाद आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

ग्लुकोमीटर

ग्लूकोमीटर की मदद से आप खून में ग्लूकोज के स्तर का पता लगा सकते हैं। यह डिवाइस डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है।

पोर्टेबल पर्सनल ईसीजी मॉनिटर

पोर्टेबल पर्सनल ईसीजी मॉनिटर की मदद से हम अपने दिल की धड़कन को मॉनिटर कर सकते हैं। हालांकि, इस उपकरण का उपयोग करते समय एक डॉक्टर की सलाह उपयोगी है।

कोरोना से पहले, इन सभी उपकरणों के नाम बहुत कम लोगों को पता थे। कई लोगों ने  इन डिवाइस को केवल डॉक्टर के पास ही देखा होगा।

हालांकि, कोरोना अवधि के दौरान इन सभी उपकरणों की मांग काफी बढ़ गई है।  कोरोना से पहले, इन सभी उपकरणों को शायद ही कभी बेचा गया था। लेकिन वर्तमान में इन सभी उपकरणों की खपत बहुत बढ़ चुकी है।

कुछ महीने पहले, इन उपकरणों को मात्र कुछ लोग ही खरीदते थे।  लेकिन अब इन्हें खरीदने वालों संख्या हजारों में है। आम लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। यही कारण है कि इन उपकरणों की बिक्री में वृद्धि हुई है।  

लेकिन इन उपकरणों के बारे में पेशेवर डॉक्टरों की राय बेहद जुदा है। उनका कहना है कि, यह ठीक ही है कि, ये उपकरण बेहद जरूरी हैं, लेकिन अभी भी इन उपकरणों को किस तरफ से यूज किया जाए, इस बात का पता नहीं है। कई लोग तो यूट्यूब या अन्य माध्यम के सहारे इन उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं, वो भी आधी अधूरी जानकारी के साथ। जो कि बेहद ही रिस्की है। इसलिए, इन उपकरणों का घरेलू उपयोग करते समय डॉक्टर से परामर्श लेना फायदेमंद होता है।

वर्तमान में उपयोग में आने वाले इन उपकरणों की लागत कम है।  हालांकि, जैसे-जैसे खपत बढ़ी है, इसकी कीमतें अक्सर अतिरंजित होती हैं। इसलिए ग्राहकों को इसके लिए अतिरिक्त भुगतान करना होगा।  भी अक्सर इन उपकरणों काम कर हालत में हैं?  क्या वे उचित निदान दिखाते हैं या नहीं?  इसका कोई अध्ययन हमारे पास नहीं है।  हम मानते हैं कि डिवाइस द्वारा किया गया निदान सही है।

मुंबई में रहने वाले BHMS डॉक्ट TL शुक्ला का कहना है कि, आम लोगों को कभी भी इन उपकरणों के भरोसे नहीं रहना चाहिए, डॉक्टर अनुभवी होता है, वह हर दिन कई मरीजों को देखता है, इन उपकरणों का प्रयोग हर समय करता है। इसलिए उसे हर चीज मालूम होती है। कभी-2 ये मशीन गलत आंकड़ें या जानकारी भी देती है, जिससे सामान्य आदमी डर जाता है, लेकिन वहां डॉक्टर अपने अनुभव का इस्तेमाल करता है। शुक्ला हंसते हुए कहते हैं कि, वैसे भी भारतीय बाजारों में इस तरह से जितने भी उपकरण बिकते हैं सभी चाइनीज प्रोडक्ट हैं, जिन पर वैसे भी भरोसा नही कर सकते। इसलिए बिना डॉक्टरी सलाह के या हो सके तो डाक्टरों से ही इस तरह के जांच कराने चाहिए।

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