देश में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू (corona vaccination) हो गया है। लेकिन टीकाकरण के बाद होने वाले हल्के दुष्प्रभावों से बचने के लिए पैरासिटामोल या दर्द निवारक गोलियां ली गईं। लेकिन भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि उसे कॉवेक्सिन वैक्सीन के बाद पैरासिटामोल या अन्य दर्द निवारक दवाएं नहीं लेनी चाहिए।
टीकाकरण के बाद कुछ हल्के दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं, वे एक या दो दिन में ठीक हो जाते हैं। भारत बायोटेक ने भी स्पष्ट किया है कि इसके लिए किसी दवाई की जरूरत नहीं है।
कुछ अन्य टीकों के लिए पैरासिटामोल की सिफारिश की गई थी। हालांकि, भारत बायोटेक ने स्पष्ट किया है कि यह कोवासिन के लिए लागू नहीं है। डॉक्टर द्वारा सलाह दिए जाने पर ही गोलियां लेने की भी सलाह दी जाती है।
भारत बायोटेक की ओर से एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है, "कुछ टीकाकरण केंद्र बच्चों को दी जाने वाली कोवासिन वैक्सीन की एक खुराक के बाद 500 मिलीग्राम पेरासिटामोल की तीन खुराक की सलाह देते हैं। कोवासिन वैक्सीन के टीकाकरण के बाद किसी दर्द निवारक या पेरासिटामोल की गोलियों की सिफारिश नहीं की जाती है। उनमें से केवल 10 से 20 प्रतिशत का निदान किया गया है। वे भी एक या दो दिनों में ठीक हो जाते हैं। अपने डॉक्टर की सलाह से कोई भी गोली लें।"
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