दिल्ली (Delhi) समेत कई राज्यों में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर चली है। दिल्ली में स्थिति और अधिक चिंताजनक होती जा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने नए नियम जारी किए हैं। राज्य में दीवाली के बाद कोरोना की दूसरी लहर की उम्मीद थी।
दिवाली के बाद से कोरोना के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। इसलिए, राज्य सरकार ने समय पर कदम उठाए हैं और महाराष्ट्र-दिल्ली यात्रा (Maharashtra delhi) पर प्रतिबंध लगाया है। महाराष्ट्र सीमा पर पहुंचने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग (Corona screening) की जाएगी। इसके अलावा, दिल्ली, गोवा, राजस्थान और गुजरात से ट्रेन या विमान से आने वाले यात्रियों को कोरोना की एक परीक्षण रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। नकारात्मक होने के लिए यात्री द्वारा किए गए आरटीपीआर परीक्षण की रिपोर्ट अनिवार्य है।
राज्य सरकार द्वारा जारी नियमों में रेल, हवाई और सड़क यात्रा के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं। नए नियमों के अनुसार, राजस्थान, दिल्ली, गोवा और गुजरात से हवाई मार्ग से महाराष्ट्र पहुंचने वाले यात्रियों को आरटीपीआरसी परीक्षण रिपोर्ट अपने साथ ले जाना होगा । हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि रिपोर्ट 72 घंटों के भीतर प्रस्तुत की जानी चाहिए है।
यदि यात्रियों के पास कोरोना परीक्षण रिपोर्ट नहीं है, तो कोरोना को अपने खर्च पर हवाई अड्डे पर परीक्षण किया जाना चाहिए। परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक होने पर यात्री केवल हवाई अड्डे से बाहर निकल सकेंगे। अन्यथा, यात्रियों को अपने राज्य में वापस जाना होगा। इसके अलावा, अगर यात्री रेल से महाराष्ट्र आ रहे हैं, तो उन्हें पिछले 96 घंटों में आरटीपीआरसी परीक्षण कराना होगा।
सकारात्मक रिपोर्ट करने वाले यात्रियों से मौजूदा प्रोटोकॉल के अनुसार संपर्क और व्यवहार किया जाएगा। इसके अलावा, अगर यात्री सड़क मार्ग से आ रहे हैं, तो इन यात्रियों को राज्य की सभी सीमाओं पर स्क्रीनिंग किया जाएगा। यदि वे कोरोना के लक्षण दिखाते हैं, तो यात्रियों को राज्य की सीमा से हटा दिया जाएगा। साथ ही, यात्रियों को केवल महाराष्ट्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, यदि उनमे कोई लक्षण नही दिखता हैं।
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