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बेस्ट के 1 हजार 333 कर्मचारियों को कैंसर का खतरा

पिछलें तीन सालों में बेस्ट के 3 हजार 333 कर्मचारियों की जांच की गई। इस जांच में ये बात सामने आई की 3 हजार 333 कर्मचारियों में से 1 हजार 333 कर्मचारियों को कैसर की बीमारी का खतरा हो सकता है।

बेस्ट के 1 हजार 333 कर्मचारियों को कैंसर का खतरा
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आर्थिक मुसीबत का सामना कर रही बेस्ट के सामने एक से एक मुसीबत लगातार आकर खड़ी होती जा रही है।  जहां एक ओर बीएमसी बेस्ट की आर्थिक स्थिती को ठिक करने में लगी हुई है तो वही दूसरी ओर बेस्ट के लिए एक और बूरी खबर मिलती दिख रही है।  बेस्ट के 1 हजार 333 कर्मचारियों को कैंसर का खतरा हो सकता है। पिछलें तीन सालों में बेस्ट के हजार 333 कर्मचारियों की जांच की गई।  इस जांच में ये बात सामने आई की 3 हजार 333 कर्मचारियों में से  हजार 333 कर्मचारियों को कैसर की बीमारी का खतरा हो सकता है।  


बेस्ट गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे वडाला में तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र में विश्व तंबाकू विरोधी दिवस मना रहा था। इस अवसर पर बेस्ट ने तंबाखुमुक्त अभियान की एक रिपोर्ट भी पेश की।  इस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया की तंबाकू का सेवन करनेवाले कर्मचारियों में कैंसर का खतरा हो सकता है।


ओरल कैंसर
टाटा कैंसर अस्पताल और इंडियन कैंसर सोसायटी ने 2016 से 2017 तक बेस्ट में 12 हजार 289 लोगों की जांच की है। इस जांच में पता चला की  3,333 कर्मचारी तंबाकू का सेवन कर रहे है।   इसके अलावा, मुंह के कैंसर के 1,333 मामलों का पता चला है और 993 लोग बायोप्सी कर चुके हैं। इसके अलावा, 340 से अधिक बायोप्सी करना बाकी है। 


तंबाकू मुक्त कर्मचारी
अब तक बेस्ट के इस कार्यक्रम में 5000 कर्मचारियों ने तबाकू का सेवन छोड़ दिया है।  इस मौके पर बेस्ट कमेटी के चेयरमैन अनिल पाटनकर, सदस्य सुनील गणाचार्य और इंडियन कैंसर सोसायटी संचालक  अर्जुन शिंदे उपस्थित थे।



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