कोरोना (covid19) की दूसरी लहर लगभग पूरी तरह से काबू में है। लेकिन जिस तरह से केरल (keral) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है उसे देखते हुए तीसरी लहर के दस्तक देने की आशंका बलवती हो गई है।
केरल और महाराष्ट्र में बढ़ते COVID-19 मामलों को देखते हुए, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने गुरुवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में दोनों राज्यों द्वारा किए गए रोकथाम उपायों की समीक्षा की।
इसे लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि, "केंद्रीय गृह सचिव ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए इन दोनों राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और पाया कि संक्रमण में वृद्धि को रोकने के लिए और भी प्रयासों को किये जाने की आवश्यकता है।"
भल्ला ने उन क्षेत्रों में फिर से नाईट कर्फ्यू (night curfew) को लागू करने की सिफारिश की जहां सकारात्मकता दर अधिक है। इसके अतिरिक्त, केरल और महाराष्ट्र को समान क्षमता में टीकाकरण के प्रयास करने की सिफारिश की गई और आश्वासन दिया कि यदि आवश्यक हो तो पर्याप्त टीके उपलब्ध कराए जाएंगे।
आगे भल्ला ने जोर देकर कहा कि, राज्यों को आपूर्ति किए गए टीकों को प्रशासित किया जाना है। यानी दूसरे शब्दों में, राज्यों से टीके की बर्बादी से बचने का आग्रह करना।
इसके अलावा राज्यों को कोरोना प्रोटोकॉल (corona protocol) का पालन करने की सिफारिश करना, सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। विशेष रूप से आगामी त्योहारी सीजन के दौरान। दोनों राज्यों को उच्च सकारात्मकता दर वाले क्षेत्रों में COVID टेस्ट की संख्या में तेजी लाने के लिए भी कहा गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित इस बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, राष्ट्रीय संचारी रोग केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक और केरल और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक भी शामिल थे।