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किडनी फेल्यूर मरीजों के लिए विशेष डायलिसिस विभाग शुरु!

वोकहार्ट अस्पताल में डायलिसिस के लिए एक विशेष सेवा शुरु की गई है।

किडनी फेल्यूर मरीजों के लिए विशेष डायलिसिस विभाग शुरु!
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गुर्दे की विफलता के कारण मूत्रपिंड में खराबी आ जाती है, जिसके कारण शरीर से अतिरिक्त पानी को बाहर निकाला जाता है। इस प्रक्रिया को डायलिसिस कहा जाता है। डायलिसिस के लिए अस्पताल में रोगियों को दो -दो दिन तक का इंतजार करना पड़ता है।  किडनी विफलता रोगियों के लिए मुंबई सेंट्रल के वोकहार्ट अस्पताल में डायलिसिस के लिए एक विशेष सेवा शुरु की गई है।

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मुंबई सेंट्रल इस अस्पताल के नये डायलिसिस सेवा की शुरुआत अस्पताल के संचालक श्रीमती झहाबिया खोराकीवाला और नेफ्रोलॉजी विभाग के संचालक व मूत्रपिंड प्रत्यारोपण फिजिशिअन डॉ. एम. एम. बहादूर के हाथों किया गया। इस विभाग में कुल 13 बेड्स होंगे। जिनमे से डायलिसिस सेवा के लिए 9 बेड्स और हेपॅटायटिस बी/सी के साथ साथ एचआईवी पॉजिटीव के लिए 3 बेड्स होंगे।

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इस केंद्र या यूएसपी नाम की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता केटीवी डायलिसिस है। इस इकाई का उपयोग हेमोडायलिसिस और पेरिटोनियल डायलिसिस उपचार विधियों की पर्याप्तता को मापने के लिए किया जाता है। केटी / वी डायलिसिस सेंटर इस अस्पताल में उन्नत तकनीक से लैस है और इस बेहद जटिल उपचार के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित चिकित्सक उपलब्ध हैं।

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