मंडी व उद्यान समिति ने मलाड मैदान का नाम टीपू सुल्तान ( malad tipu sultan ground) नहीं बल्कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई मैदान का नाम देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। हालांकी इसे आयुक्त के फैसले के बाद बदला जाएगा। समाजवादी पार्टी इस नए नामकरण का विरोध कर रही है।
समाजवादी पार्टी के विधायक और बीएमसी ने समाजवादी पार्टी के गटनेता रईस शेख का कहना है की "बीजेपी और शिवसेना दोनों अपना हिंदुत्व दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, एक महापुरुष का नाम हटाकर दूसरी महान हस्ती का नाम दिया जा रहा है, यह सही नहीं है, शिवसेना को ऐसा नहीं करना चाहिए, हमने पत्र लिखकर मैदान के नाम को झांसी की रानी के नाम देने के प्रस्ताव वापस लेने का आग्रह किया है"
BMC में सत्तारूढ़ शिवसेना के पी-नॉर्थ डिवीजन के नगरसेवको ने मांग की कि पार्क का नाम बदलकर झांसी में रानी लक्ष्मीबाई मैदान कर दिया जाए। बाजार एवं उद्यान समिति में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। नामकरण नगर आयुक्त की राय के बाद किया जाएगा।
क्या है मामला
मलाड एक कलेक्टर के स्वामित्व वाला एक मैदान है। इसे पालक मंत्री असलम शेख ने सुशोभित किया था। चूंकि पार्क को कई वर्षों से टीपू सुल्तान के नाम से जाना जाता है, इसलिए पार्क के प्रवेश द्वार पर टीपू सुल्तान उद्यान नाम लिखा गया था।
टीपू सुल्तान के नाम पर जहां विवाद हो रहा था, वहीं मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा था कि यह शिवसेना की मांग थी कि पार्क का नाम झांसी की रानी के नाम पर रखा जाए।
पी नॉर्थ वार्ड कमेटी की चेयरपर्सन संगीता सुतार ने पी नॉर्थ वार्ड शिवसेना के नगरसेवको के साथ पत्र लिखकर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम लेने की मांग की थी। उसके बाद बाजार एवं उद्यान समिति की बैठक में इसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई उद्यान के रूप में नामित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
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