राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे(uddhav thackeray ) और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल (jayant patil) को सोमवार को दादर के बालमोहन विद्यामंदिर(balmohan vidyamandir) में सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और जयंत पाटिल दोनों ही बालमोहन स्कूल के छात्र है और मौजूदा सरकार में दोनों का ही अहम पद है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उनके सहपाठियों द्वारा सम्मानित किया गया तो वही दूसरी ओर जयंत पाटिल को भी उनके उस समय से सहपाठियों ने सम्मानित किया। इस मौके पर दोनों ही नेताओं ने अपने स्कूल के दिनों को याद किया।
बालमोहन स्कूल एक संस्कार
उद्धव ठाकरे ने कहा की बालमोहन स्कूल से उन्हे बहुत कुछ सिखेने मिला है। उन्होने कहा की " बालमोहन स्कूल मेरे लिए सिर्फ एक चार दिवार नहीं है बल्की ये एक संस्कार है , आज मैं जो कुछ भी हूं इसमें बालमोहन का अहम योगदान है, आज की पीढ़ी(generation) समझदार है उनको पता है कि उनको किस मार्ग पर जाना है, बालमोहन और जे जे स्कूल ऑफ आर्ट ने मुझे बहुत कुछ दिया है"
"स्कूल के 20 मिनट के ब्रेक में क्रिकेट खेलते थे"
स्कूल की पूरानी बातों को याद करते हुए राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा की उन्हे स्कूल के ब्रेक के दौरान क्रिकेट खेलना काफी पसंद था। उन्होने कहा की " जब भी स्कूल के दौरान ब्रेक होता था तो हम सीधा शिवाजी पार्क चले जाते थे क्रिकेट खेलने के लिए , स्कूल के संस्कारों(culture) की वजह से हम आज हम इस जगह पर है, मै स्कूल में दहिहांडी में भाग लिया करता था"
उद्धव ठाकरे की तारीफ
कार्यक्रम में संवाद के दौरान जयंत पाटिल ने लगे हाथ उद्धव ठाकरे की तारीफ भी कर दी। जयंत पाटिल ने कहा की वह जानते थे की उद्धव ठाकरे बालमोहन के छात्र है और बालमोगन का छात्र कभी गलत काम नहीं करता।
दोनों ही राजनीतिक परिवार से
आपको बता दे की उद्धव ठाकरे 1976 तो वही जयंत पाटिल 1977 बैच के छात्र है।उद्धव ठाकरे और जयंत पाटिल दोनों राजनीतिक परिवारों से आते हैं। उद्धव के पिता बाल ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की थी जबकि पाटिल के पिता राजाराम बापू पाटिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे।