डेढ़ महीने पहले भीमा कोरेगांव हिंसा मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले के आरोपी संभाजी भिड़े और मिलिंद एकबोटे की गिरफ्तारी अभी तक नहीं होने के विरोध में बुधवार को मंत्रालय के प्रवेश द्वार पर कांग्रेस और एनसीपी ने आंदोलन और नारेबाजी की।
इस आंदोलन का नेतृत्व एनसीपी की महिला विधायक विद्या चव्हाण और कांग्रेस प्रवक्ता राजू वाघमारे ने किया। मंत्रालय के प्रवेश द्वार पर लगभग 50 से अधिक कांग्रेस और एनसीपी के महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान संभजी भिड़े और हिंदुत्ववादी नेता मिलिंद एकबोटे के विरोध में नारेबाजी की। इसके अलावा कुछ कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर सड़क जाम करने की भी कोशिश की जिन्हे पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विद्या चव्हाण और राजू वाघमारे जब मंत्रालय में घुसने की कोशिश की तो उन्हें भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन्होने मांग की कि भीमा कोरेगांव बंदी के दौरान आंदोलनकारियों के खिलाफ जो केस दर्ज किये गए हैं उनको रद्द किया जाए और संभाजी भिड़े और मिलिंद एकबोटे को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। थोड़ी देर मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखने के बाद विद्या सहवहन और राजू वाघमारे को छोड़ दिया गया।