नासिक में ऑक्सीजन रिसाव की घटना ताज़ा थी, सिस्टम में लापरवाही विरार में देखी गई थी। ठाकरे सरकार इसके लिए पूरी तरह से 'जिम्मेदार' है। महाराष्ट्र (BJP) विधायक और विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने महाराष्ट्र में महावीरदास सरकार के "आत्महत्या गंतव्य" के बारे में डींग मारने के कारण अपनी मृत्यु पर आक्रोश व्यक्त किया।
प्रवीण दरेकर (pravin darekar) ने विरार में हुई त्रासदी की पृष्ठभूमि पर मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार की कड़ी आलोचना की। महाराष्ट्र में अस्पताल की अग्नि सुरक्षा व्यवस्था जोरों पर है। भंडारा, भंडुप, नागपुर और अब विरार कोविद के अस्पतालों में आग लग गई, नासिक में ऑक्सीजन का रिसाव हुआ। प्रवीण दरेकर का कहना है कि कोरोना की तुलना में "सरकारी मृत्यु दर" के कारण अधिक निर्दोष लोगों की जान गई
राज्य सरकार आता तरी जागे व्हा!!
नाशिकमधील ऑक्सिजन गळतीची घटना ताजी असतानाचं विरारमध्ये व्यवस्थेतील निष्काळजीपणा दिसून आला. याला संपूर्णपणे @CMOMaharashtra 'जबाबदार' आहे.@BJP4Maharashtra pic.twitter.com/G33J2Bd03V— Pravin Darekar - प्रविण दरेकर (@mipravindarekar) April 23, 2021
यह इस समय अज्ञात है कि वह पद छोड़ने के बाद क्या करेंगे। हम समझ सकते हैं कि सिस्टम पर बहुत तनाव है। सिस्टम की कमी है। लेकिन विरार में दुर्घटना प्रणाली में लापरवाही के कारण हुई है। नासिक में कल की घटना एक प्रमुख उदाहरण है। भंडारा में पहले भी आग लग चुकी थी, ठाणे में भी ऐसा ही हुआ था, लेकिन इस सब के बाद भी हम नहीं जागे। प्रवीण दरेकर ने मांग की कि अगर सरकार को अपने लोगों पर शर्म आती है, तो उसे तुरंत सत्ता से हटना चाहिए।
आप और कितने पीड़ितों को लेने जा रहे हैं? कल 25 पीड़ित मारे गए, आज 13 पीड़ित मारे गए। पीड़ित सिस्टम और लापरवाही का दोष हैं। मैं सरकार के पूरे कामकाज की निंदा करता हूं। इन घटनाओं के लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। यदि प्रत्येक मंत्री ने अपने जिले का निरीक्षण किया होता, व्यवस्थाओं की जाँच की होती, तो अभिभावक मंत्री ने ध्यान दिया होता, लेकिन इन प्रणालियों की खामियों को देखा जाता। लेकिन सरकार चुप है। प्रवीण दरेकर ने सरकार में मंत्रियों पर केवल मीडिया के सामने आने और केंद्र और राज्य जैसी राजनीति करने का आरोप लगाया।