राज्य में चल रहे विधानसभा के बजट अधिवेशन के दौरान वडाला के बीजेपी विधायक कालिदास कोलंबकर ने पिछलें मंगलवार को पुलिस कर्मचारियों को सरकारी दामों पर घर का मालिकाना हक मिलने के मुद्दे पर एक दिन का सांकेतिक उपोषण किया। हालांकी कालिदास कोलंबकर के इस उपोषण को कांग्रेस ने एक ड्रामा करार दिया है। कांग्रेस का कहना है की कालिदास कोलंबकर सिर्फ ड्रामा करना जानते है।
खाना खाने के बाद 3
बजे अनशन
कांग्रेस प्रवक्ता राजू वाघमारे का कहना है की " नौटंकी नटसम्राट विधायक कालिदास कोलंबकर ,सुबह का नास्ता,दोपहर का खाना खाने के बाद 3
बजे अनशन पर बैठे,कालिदास पिछलें 35 साल से पुलिसवालों को घर देने के नाम पर बहका रहे है , अब बोल रहे है,सरकारी दाम मे पुलिसवालो को घर दो,
सरकारी दाम मे घर मतलब 1से
1.25 करोड़ रुपये मे घर, कहा से लायेगे बेचारे पुलिसवाले इतना पैसा? इससे अच्छा है की 30 साल से रहनेवाले को फ्रि में घर दिया जाए और उससे कम साल से रहनेवालों को उनकी नौकरी के हिसाब से पैसे लिये जाए"
कालिदास कोलंबकर ने की थी ट्रान्जिट कैंप में भेजने की वकालत
इसके साथ ही राजू वाघमारे का कहना है की " नायगांव के सभी बीडीडी चाल में रहनेवाले लोगो को नायगांव में ही ट्रान्जिट कैंप में रखा जाए,
उन्हे बाहर भेजने की कोई जरुरत नहीं है , मैने जब ये मांग की थी तो उस समय विधायक कालिदास कोलंबकर नायगांव के बीडीडी चाल के लोगो को बस भर भर के वर्ली के ट्रान्जिट कैंप में भेजने की वकालत कर रहे थे, ये कालिदास कोलंबर की सिर्फ नौटंकी है और कुछ नहीं"
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