मुंबई - मुंबई मनपा चुनाव में स्पष्ट बहुमत किसी भी पार्टी को नहीं मिला। चुनाव के पहले एक दूसरे पर जम कर शब्दों के बाण छोड़ने वाले बीजेपी-शिवसेना अब चुप हैं। दोनों पार्टियों में बीएमसी की सत्ता किसे मिलेगी यह अभी तय नहीं हुआ है लेकिन सोशल मीडिया में लोग इन दोनों पार्टियों की खिल्ली उड़ाकर चटखारे लेकर मजे ले रहे हैं। सोशल मीडिया में कविता के माध्यम से व्यंग्य कसे गये हैं।
जैसे -
मजबूर ये हालात इधर भी हैं, उधर भी
कुछ सीटें कम हैं इधर भी, और उधर भी
कहने को बहुत कुछ हैं मगर किससे कहें हम
कब तक खामोश रहें और सहे हम
दिल कहता हैं राजनीति की हर एक रस्म मिटा दे
दीवार जो हम दोनो में हैं वो गिरा दे
क्यों विरोधी बन के सुलगते रहे हम, लोगों को बता दे...
हां ...हमको युती हैं, युती हैं, युती हैं
दिल में ये बात इधर भी हैं, और उधर भी !!
एक लाइन यह भी पढ़िए-
चड्डी (संघ) पहन के फूल (कमल) खिला है।
एक जगह कहा गया है कि किसी को बहुमत नहीं मिलने के कारण डकवर्थ लुईस के अनुसार रामदास आठवले को महापौर पद मिलना चाहिए।
एक जगह पर सभी पार्टियों की तुलना व्यंजनों से की गयी है, देखिये-
वडापाव - 84
ढोकला - 81
पास्ता - 31
गन्ने का रस - 09
चिकन सूप - 07
भेल - 14