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रश्मी ठाकरे, वरूण देसाई के खिलाफ भी हुआ केस दर्ज

शिवसेना के मुखपत्र सामना में बुधवार (25 अगस्त) वाले अंक में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (narayan rane) के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था।

रश्मी ठाकरे, वरूण देसाई के खिलाफ भी हुआ केस दर्ज
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महाराष्ट्र (maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) के बाद अब बीजेपी (bjp) ने उनकी पत्नी और सामना (saamna) की एडिटर रश्मि ठाकरे (rashmi thackeray) और युवसेना अध्यक्ष वरुण देसाई (varun desai) के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। उद्धव ठाकरे के खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा है कि उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। उनके खिलाफ धारा 153ए (1), 153 (बी), 189, 295ए, 504, 505 (2) और 506 के तहत केस दर्ज किया गया है।

पीटीआई के मुताबिक, शिवसेना के मुखपत्र सामना में बुधवार (25 अगस्त) वाले अंक में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (narayan rane) के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। जिसके बाद शिवाजी निवृति बारके ने सामना की एडिटर रश्मि ठाकरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

बारके ने कहा है कि, सामना में लिखे गए शब्द संविधान के तहत किसी केंद्रीय मंत्री के पद का अपमान करते हैं। इस शिकायत में नासिक नगर निगम के शिवसेना नेता अजय बोरस्ते का भी नाम है। बोरास्ते के खिलाफ संपादकीय का पोस्टर बनाने और जगह जगह उसे चिपका कर राणे को बदनाम करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

इसी तरह, मुंबई में नारायण राणे के घर के बाहर युवा सेना अध्यक्ष वरुण देसाई के नेतृत्व में आंदोलन करने और सामाजिक व्यवस्था को खतरे में डालने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।

साथ ही मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 'वर्षा' बंगले में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उसे फेसबुक पर लाइव प्रसारित करने पर दंड संहिता की धारा 153 (ए), 107 व 212 के सहित और साइबर अपराध के तहत शिकायत दर्ज की जाए, ऐसी मांग भी भाजपा के ऋषिकेश अहेर की तरफ से की गई है।

इससे पहले, सुनील रघुनाथ केदार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

बता दें कि एक कार्यक्रम के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर चप्पल पहन कर माल्यापर्ण किया था। इसे शिवाजी महाराज का अपमान मानते हुए 

साल 2018 के दशहरा उत्सव में उद्धव ने कहा था कि, वे योगी हैं तो सब कुछ छोड़कर गुफा में बैठ जाना चाहिए, लेकिन वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं और खुद को योगी बता रहे हैं। उन्होंने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर फूल चढ़ाते समय चप्पल पहन रखी थी। मैंने सोचा कि उन्हें उसी सैंडल से थप्पड़ मारा जाना चाहिए।”

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