महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टियों में कांग्रेस (Congress) के वजूद को लेकर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं। इस पर शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले (nana patole) ने कहा, 'यह याद रखें, कांग्रेस है तो सरकार है।' साथ ही नाना पटोले ने इस शिकायत पर भी नाराजगी जताई कि कांग्रेस विधायकों को कम फंड मिल रहा है।
कांग्रेस विधायक लगातार शिकायत कर रहे हैं कि, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (ajit pawar) कांग्रेस विधायकों को कम फंड उपलब्ध करा रहे हैं।इसलिए नाना पटोले ने MVA सरकार के अन्य सहयोगियों शिवसेना (shiv sena) और NCP को दिए अपने बयान में कांग्रेस की अनदेखी न करने की चेतावनी दी।
नाना पटोले के बयान से एक बार फिर से इस बात की चर्चा होने लगी है कि, MVA की सरकार में शामिल पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
उन्होंने शिवसेना-एनसीपी (ncp) को चेतावनी देते हुए कहा, महाविकास आघाड़ी (mahavikas aghadi) कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (common minimum program) के तहत चल रही है।हम सभी पार्टी को समान वितरण की उम्मीद करते हैं, याद रखें, कांग्रेस है तो सरकार है।'
साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस का ही है। नाना पटोले ने कहा कि, बिना किसी आपत्ति के विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त करना राज्य की परंपरा है। सत्ताधारी और विपक्ष को साथ बैठकर इसे स्पष्ट करना चाहिए। इस संवैधानिक पद पर नियुक्ति के समय कोई विवाद न हो, यही हमारी भूमिका है।
उन्होंने बढ़ते तेल के दामों पर BJP को घेरते हुए कहा, एक तरफ भाजपा सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी लगाकर लोगों को लूट रही है। इसके अलावा, सड़क विकास सेस के नाम पर 18 रुपये और कृषि सेस के नाम पर 4 रुपये, इस तरह से कुल 22 रुपये प्रति लीटर सेस पेट्रोल उर डीजल पर लगा कर दोनों हाथों से जनता को लूट रही है।
सध्या पेट्रोल आणि डिझेलवर प्रति लिटर 18 रु. सेंट्रल रोड आणि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडासाठी घेतले जातात. तसेच पेट्रोलवर प्रति लिटर 2.50 तर डिझेलवर प्रति लिटर 4 रुपये कृषी सेस घेतला जातो. pic.twitter.com/qGo7ZAG6AJ
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) February 25, 2021
नाना पटोले ने यह भी मांग की कि केंद्र में मोदी सरकार या तो सड़क विकास सेस बंद करे या देश भर में टोल बंद करे।