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'फंसे हुए प्रवासियों के लिए ट्रेन चालू करना होगा खतरनाक'

गडकरी के अनुसार, जिन स्थानों पर कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या कम है या फिर नहीं के बराबर है वहां शर्तों के आधार पर छोटे पैमाने पर कुछ उद्योग धंदों को शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

'फंसे हुए प्रवासियों के लिए ट्रेन चालू करना होगा खतरनाक'
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केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (transport minister nitin gadkari) के अनुसार इस लॉकडाउन (lockdown) में प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से उनके गांव भेजना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा है कि, प्रवासी मजदूरों (migrant labours) को उनके गांव ले जाने के लिए विशेष ट्रेन शुरू करना धोखादायक हो सकता है। इसके पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों कह चुके हैं कि उनकी तरफ से केंद्र से यह आग्रह किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गांव भेजने के लिए विशेष ट्रेन शुरू की जाए।

राज्य में कोरोना वायरस के बारे में एक समाचार चैनल से बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि, प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में फंस गए हैं।  इसलिए, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उन्हें अपने घरों तक ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन छोड़ने की मांग कर रहे हैं।  लेकिन यह खतरनाक हो सकता है।  ये सभी मजदूर महाराष्ट्र में काम करने आए हैं।

 हालांकि, लॉकडाउन के कारण यहां के सभी उद्योग धंदे बन्द हो गए हैं और उनके पास कोई काम भी नहीं बचा है।  महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों की भी स्थिति समान है। मजदूरों को उनके गाँव भेजने के बाद उन्हें वहाँ भी काम नहीं मिलेगा, साथ ही वहां जाने पर कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े हो सकते हैं। इसका समाधान यह है कि उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाए।

गडकरी के अनुसार, जिन स्थानों पर कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या कम है या फिर नहीं के बराबर है वहां शर्तों के आधार पर छोटे पैमाने पर कुछ उद्योग धंदों को शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

गडकरी ने आगे कहा कि, मुंबई-पुणे में स्थिति और भी संवेदनशील है। पहले इन्हें कंट्रोल में करने का प्रयास करना चाहिए।

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