Advertisement

यह लड़ाई अब सिर्फ शिवसेना की नहीं बल्कि संविधान की रक्षा की - आदित्य ठाकरे

धनुष्यबान और शिनसेना पार्टी के नाम को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है

यह लड़ाई अब सिर्फ शिवसेना की नहीं बल्कि संविधान की रक्षा की -  आदित्य ठाकरे
file photo
SHARES

आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर एकनाथ शिंदे और चुनाव आयोग पर निशाना साधा हैसुप्रीम कोर्ट में धनुष बाण और शिवसेना पार्टी के नाम को लेकर चल रही सुनवाई पर आदित्य ठाकरे ने कहा की ये लड़ाई अब शिवसेना की नही बल्की संविधा के रक्षा की है।   ( fight of shivsena name and bow and arrow symbol is no longer only for Shiv Sena but to protect the Constitution says  Aditya Thackeray)

अहम मुद्दे

  • क्या कहा आदित्य ठाकरे ने 
  • शिवसेना के फंड पर क्या कहना है आदित्य ठाकरे का 
  • सुप्रीम कोर्ट की लड़ाई में क्या होगा
  • मुंबई पर किस तरह से रणनिती बनाएंगे

आदित्य ठाकरे ने कहा की " "सुप्रीम कोर्ट धनुष्यबन और पार्टी के नाम के बारे में गंभीरता से सुनवाई कर रहा है,  हमने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी है, हमें लगता है कि चुनाव आयोग समझौता कर रहा है,  यह लड़ाई अब केवल शिवसेना की नहीं है बल्कि यह परिणाम संविधान की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, यह परिणाम लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण है”

शिंदे विधायक संजय शिरसाट ने आरोप लगाया है कि शिवसेना के फंड को उद्धव ठाकरे ने दूसरे खाते में भेज दिया। इस पर बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा है कि, "मैं उन लोगों पर ध्यान नहीं देता जो देशद्रोही हैं, यहां तक कि उनकी पार्टी भी उन पर ध्यान नहीं देती है,  वे पार्टी का नाम चुरा लें, लेकिन गद्दारी की मुहर वैसी ही रहेगी"

आदित्य ठाकरे ने कहा, "हम मुंबईकरों के लिए जो खर्च कर रहे थे, हम विकास निधि ला रहे थे,  फिक्स्ड डिपॉजिट पर उनकी नजर है, ताकि वे खर्च करें और दिल्ली वालो को नमन करें,  उन परियोजना को रद्द कर दिया जिसे हम लागू करने जा रहे थे और दावोस की अपनी यात्रा पर 28 घंटे में चालीस करोड़ रुपये खर्च किए, हम मुंबईकरों के लिए पैसा डायवर्ट करना चाहते हैं और उसे बीएमसी के खजाने में जमा करना चाहते हैं"

यह भी पढ़े-  शिवसेना बनाम शिव सेना विवाद- शरद पवार ने चुनाव आयोग के आदेश की आलोचना की

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें