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जाने क्या है टोल का झोल !


जाने क्या है टोल का झोल !
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मुंबई - मुंबई-पुणे द्रुतगति मार्ग की टोल वसूली की रकम कबकी वसूल हो चुकी है, फिर भी सरकार द्वारा यहां की टोल वसूली बंद नहीं की गई है। इस संबंध में टोल विश्लेषक बार बार टोल बंद करने की मांग कर रहे हैं, पर इस मांग पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत एमएसआरडीसी द्वारा टालमटोल किया जा रहा हगै। जिसकी वजह से टोल विश्लेषक ने एंटी करप्शन व्यूरो के पास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सार्वजनिक निर्माण काम मंत्री एकनाथ शिंदे और एमएसआरडीसी के व्यवस्थापकीय संचालक राधेश्याम मोपलवार के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। टोल विश्लेषक संजय शिरोडकर, विवेक वेलणकर, श्रीनिवास घाणेकर और प्रवीण वाटेगावर की शिकायत करने की जानकारी विवेक वेलणकर ने बुधवार को दी।

द्रुतगति मार्ग के टोल के झोल का पर्दाफाश टोल विश्लेषकों ने किया है। एक झोल में 2016 में टोल वसूली की पूरी रकम टोल ठेकेदारों ने वसूल की है। जिसकी वजह से 2019 तक टोल वसूली शुरु रहने वाली है। आम जनता की जेब काटते हुए टोल वसूली से ठेकेदारों को ढाई करोड़ का अतिरिक्त मुनाफा होने वाला है। जिसकी वजह से विश्लेषक इस टोल वसूली को रोकने में लगे हुए हैं। पर टोल वसूली फिर भी बंद नहीं हो रही है।



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