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गुजरात में भी शिवसेना -बीजेपी आमने सामने !


गुजरात में भी शिवसेना -बीजेपी आमने सामने !
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राज्य में भले ही शिवसेना और बीजेपी एक साथ सत्ता में हो लेकिन दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साधने को कोई भी मौका नहीं चुकते। चाहे बीएमसी हो या फिर राज्य सरकार , दोनो ही जगहें ये दोनों ही पार्टियां एक दूसरे की खिंचतान में लगी रहती है। अब शिवसेना ने इसी ओर एक कदम आगे बढ़ाते हुए गुजरात में भी चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।


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सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल गुजरात में होनेवाले विधानसभा चुनाव में शिवसेना अपने 30 से 40 उम्मीदवार उतार सकती है। बीजेपी गुजरात में पिछले 20 वर्षों से सत्ता में है। तो वहीं कांग्रेस भी इस बार गुजरात में अपना दम खम दिखा रही है। इस बार कांग्रेस ने गुजरात में काफी हवा बना ली है। राहुल गांधी की बैठकों को अच्छी प्रतिक्रियामिल रही है, तो वही अब शिवसेना के रुप में तीसरा चुनौती भाजपा के सामने होगी।


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आरक्षण गुजरात में भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, और पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दीक पटेल ने भाजपा के खिलाफ खुले तौर पर बीजेपी का विरोध किया है। शिवसेना और कांग्रेस दोनों के हार्दिक के साथ अच्छे संबंध है। गुजरात के सूरत और राजकोट में बहुत से मराठी बोलने वाले हैं, जिसके कारण शिवसेना ने अब अपने उम्मीदवार गुजरात चुनाव में उतारने का फैसला लिया है। शिवसेना के सांसद अनिल देसाई को गुजरात की जिम्मेदारी दी गई है।

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