गृहराज्यमंत्री दीपक केसरकर ने उस खबर को बिलकुल निराधार बताया है जिसमें कहा गया था कि दीपक केसरकर से इन्साफ मांगने आई एक गैंग रेप पीड़ित महिला और उसी बच्ची को केसरकर ने अपने ऑफिस से भगा दिया था। इस खबर को केसरकर ने बेबुनियाद बताया और कहा कि उन्होंने इस मामले में खुद पुलिस को जांच करने का आदेश दिया था।
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सफाई देते हुए दीपक केसरकर ने आगे कहा कि पीड़ित महिला बिधवार को अपने पति बच्ची के साथ मिलने आई थी और मेरी तरफ से ठाणे के पुलिस कमिश्नर को फोन कर इस बारे में अभी तक जांच मेरे सामने पेश करने को कहा था, जबकि महिला के पति ने कमिश्नर को अपशब्द कहे थे, इसीलिए मैंने महिला को कहा कि आपकी इज्जत रखते हुए मैंने खुद कमिश्नर को फोन किया और आपके पति कमिश्नर जैसी रैंक के पुलिस वाले के साथ बदतमीजी कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हर दिन मुझसे कई लोग मिलने आते हैं, मुझे सभी की बातें सुननी पड़ती है। मै हर समय कोई भी महिला हो उसकी बात ध्यान से सुनता हूं और आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश देता हूँ।
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