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राणे-चव्हाण में चुनावी 'हार' युद्ध


राणे-चव्हाण में चुनावी 'हार' युद्ध
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मुंबई - राज्य के 25 जिलों की 165 नगरपरिषद और नगरपंचायत के चुनाव नतीजों में कांग्रेस को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई है। जिसका ठिकरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण के सिर पर फोड़ा है। राणे ने कहा कि यह पार्टी के प्रदेश नेतृत्व की हार है। प्रदेश नेतृत्व ने पैसे लेकर अपात्र उम्मीदवारों को टिकट दिया। राणे के बयान से कांग्रेस के दोनों नेताओं के बीच मतभेद फिर से उभरकर सामने आ गया है। इससे पहले भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चुनाव के समय राणे ने अशोक चव्हाण के चुने जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी। इस बयान के बात यह साफ हो गया है कि कांग्रेस के इन दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।
वहीं राणे के आरोपों का अशोक चव्हाण ने खंडन किया है। चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस में कोई भी टिकट पैसा लेकर नहीं दिया गया है। मेरे अध्यक्षपद में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। राणे किस बारे में बोल रहे हैं ये देखना होगा। विरोधी पक्षनेता विधानसभा राधाकृष्ण विखे पाटील ने कहा कि मेरे उम्मीदवार को हराने के लिए पूर्व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने मतदारसंघ में मदद की। चव्हाण ने कहा कि पार्टी में अंतर्कलह को बैठक में सुलझा लिया जाएगा।

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