राज्य में शिवसेना , एनसीपी और कांग्रेस के बीच सत्ता के लिए समीकरण बनते दिख रहे है।मंगलवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद तीनों ही पार्टियों की गतिविधियां और भी तेज हो गई। जहां एक ओर कांग्रेस और एनसीपी में बात बनती दिख रही है तो वही दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं की शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ बैठको का दौर भी चल रहा है। मीडिया से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा की कांग्रेस के साथ उनकी चर्चा सकारात्मक चल रही है और जल्द ही बातचीत का नतीजा लोगों को बताया जाएगा।
क्यो हा सकता है फॉर्मुला
शिवसेना , कांग्रेस और एनसीपी के बीच अब बात बनती भी दिख रही है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक शिवसेना और एनसीपी ढाई ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का बंटवारा कर सकते है। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री पद पूरे पांच साल के लिए कांग्रेस को दिया जा सकता है। कांग्रेस , एनसीपी और शिवसेना से 14-14-14 मंत्री बनाए जाएंगे। इसके साथ ही राज्य की सभी समितियों और महामंडल में भी पदों का बंटवारा समान तौर पर किया जाएगा। हालांकी अभी तक शिवसेना , एनसीपी या फिर कांग्रेस की तरफ से किसी भी तरह के कोई भी प्रस्ताव पर बात नहीं की है।
लगातार बैठको का दौर
राज्य में सत्ता के समीकरण को देखते हुए शिवसेना , एनसीपी और कांग्रेस की लगातार बैठके जारी है। आज सुबह एनसीपी विधायको की बैठक हुई , जिसके बाद आदित्य ठाकरे ने शिवसेना विधायकों के साथ बैठक की। कांग्रेस के नेताओं की भी बैठक शिवसेना के साथ हुई।
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