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इस दीपावाली आप सुख, शांति,सौभाग्य और लक्ष्मी के लिए दरवाजा खोलें, कोरोना के लिए नहीं : उद्धव ठाकरे

ठाकरे ने कहा, एक ओर हम दिवाली का आनंद लेने जा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर, हजारों डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिस इस त्योहार को भूलकर कोरोनो वायरस से लड़ रहे हैं।

इस दीपावाली आप सुख, शांति,सौभाग्य और लक्ष्मी के लिए दरवाजा खोलें, कोरोना के लिए नहीं : उद्धव ठाकरे
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कोरोना के मद्देननर राज्य मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने नागरिकों से अपील की है कि वे दीवाली (diwali) का आनंद लें लेकिन कोरोना वायरस (Coronavirus) को ध्यान में रखकर। उन्होंने कहा, कोरोना (covid19) नहीं जानता कि यह दीवाली का त्योंहार है। आप लोग एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दें, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल (Corona protocol)  का भी पालन जरूर करें।

लोगों से बात करते हुए, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी प्राथमिकता खुद को और दूसरों को तब तक सुरक्षित रखना चाहिए जब तक कि कोरोना वैक्सीन हम तक नहीं पहुंच जाता। उन्होंने कहा, पिछले 7 से 8 महीनों में, हमने सभी धर्मों के त्योहारों को बहुत सावधानी से और नियमों का पालन करके साथ मनाया है। आपके धैर्य की बदौलत ही हम इतने महीनों के बाद कोरोना को रोक पाए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, कुछ यूरोपीय देशों में, कोरोना की दूसरी और तीसरी लहरें शुरू हो गई हैं जो गंभीर स्थिति पैदा कर रही हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि, रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अस्पताल के उपकरणों, चिकित्सा कर्मचारियों और डॉक्टरों की कमी है। इसलिए, यदि हम दिवाली में लापरवाही बरतते हैं, तो भविष्य में रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।

ठाकरे ने कहा, एक ओर हम दिवाली का आनंद लेने जा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर, हजारों डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिस इस त्योहार को भूलकर कोरोनो वायरस से लड़ रहे हैं। वे इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि, कैसे अपने जीवन को सुरक्षित रखें। कृपया करके हमें इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि, उनकी दिवाली अस्पतालों और ड्यूटी पर रहते हुए बीतेगी। ये कर्मचारी आपके माता, पिता, भाई-बहन, रिश्तेदार, दोस्त हो सकते हैं। उद्धव ठाकरे ने सभी से अपील की कि, वे उन पर तनाव न बढ़ने दें और घर पर ही सुरक्षित रूप से दिवाली मनाएं।

MVA सरकार के प्रमुख ने कहा, हम दिवाली के बाद स्कूल और कॉलेज (school and college) शुरू करना चाहते हैं। मैं फिर से जिंदगी जीना चाहता हूं। इसलिए, इस दिवाली पर भी मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं, सामाजिक दूरी का पालन करें, और इस ठंडी में श्वसन रोगों को आमंत्रित न करें। इसका ध्यान रखें कि आपके घर में आपके बुजुर्ग माता-पिता और अन्य बुजुर्ग भी घर पर हैं। आप अपने परिवार के साथ बाहर घूमने के बजाय घर पर एक साथ त्योहार मना सकते हैं।

उद्धव ने कहा, चूंकि यह रोशनी का त्योहार है, इसलिए लाइटिंग लैंप, रंगोली की व्यवस्था करें। आप शांति, समृद्धि और लक्ष्मी के लिए अपने घर के दरवाजे खोलें, कोरोना जैसी बीमारियों के लिए नहीं।

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