महाराष्ट्र कांग्रेस (Maharashtra Congress) ने तौकते (tauktae cyclone) प्रभावित लोगों की मदद करने की मांग की है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले (nana patole) ने इस बाबत कहा कि, आपदा की स्थिति में केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त करना लोगों का अधिकार है। लेकिन अगर केंद्र सरकार भुगतान नहीं करती है, तो राज्य सरकार को ऋण लेना चाहिए और चक्रवात से प्रभावित लोगों को पर्याप्त सहायता प्रदान करनी चाहिए।
नाना पटोले कोंकण के रत्नागिरी जिले के रायगढ़ में तूफान प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान वे रत्नागिरी जिले के मीरकरवाड़ा बंदरगाह गए और मछुआरों और विभिन्न क्षतिग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया और उनकी समस्याओं को सुना।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा कि, कोंकण तटीय इलाकों में रहने वाले लोग चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। ऐसी स्थिति में उनकी मदद करना हमारा कर्तव्य है। पीड़ितों को केंद्र सरकार से मदद मिलने की उम्मीद है। अगर केंद्र से राज्य या पीड़ितों को राहत मिलती है, तो यह राज्य और लोगों का अधिकार है, यह भीख मांगना नहीं है।
आपत्तीप्रसंगी केंद्र सरकारकडून मदत मिळाली पाहिजे, हा लोकांचा अधिकार आहे. पण जर केंद्र सरकारने पैसे नाहीच दिले, तर राज्य सरकारने कर्ज काढून नुकसानग्रस्तांना भरीव मदत करावी: प्रदेशाध्यक्ष मा. नाना पटोले pic.twitter.com/kAjnU7Rob0
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) May 23, 2021
नाना पटोले ने कहा कि अगर केंद्र सरकार पीड़ितों की मदद नहीं करती है तो राज्य सरकार को कर्ज लेकर लोगों की समय से मदद करनी चाहिए।
बता दें कि, जब विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) कोंकण गए थे, तब उन्होंने सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था कि, "कोंकण ने शिवसेना को बहुत कुछ दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण है कि शिवसेना कोंकण को कितना देती है। हम उम्मीद करते हैं कि कोंकण से राजनीति के जितना प्यार किया जाता है, उतना प्यार संकट के समय में भी शिवसेना करेगी।
फडणवीस ने आगे कहा, निसर्ग चक्रवात के समय हमने प्रभावितों के लिए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और 500 रुपये प्रति पेड़ मदद स्वरूप किया था, लेकिन उस समय जिस तरह से असंतोष व्यक्त किया गया था, आशा है कि इस बार नहीं होगा। हम केवल मुख्यमंत्री से बहुत मदद की उम्मीद करते हैं।
हालांकि जब हाल ही में उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था तो, उन्होंने कहा था कि, चक्रवात से हुए नुकसान की पूरी समीक्षा करेंगे और पंचनामा पूरा होते ही पीड़ितों की मदद करेंगे। मदद से कोई वंचित नहीं रहेगा।