मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) की भूमिका से राज्य में सियासी माहौल गरमा गया है। गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip walse patil) ने इस संबंध में एक अहम फैसला लिया है। दिलीप वलसे पाटिल ने पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिदेशक को अहम आदेश दिए हैं।
राज्य के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने भोंगो को लेकर संयुक्त नीति बनाने का आदेश दिया है।यह नीति राज्य के पुलिस महानिदेशक और मुंबई के पुलिस आयुक्त द्वारा तय की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि कोई विवाद पैदा होता है तो सख्त कार्रवाई की जाए।
गृह मंत्री ने बताया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक और मुंबई के पुलिस आयुक्त एक साथ बैठकर इस संबंध में निर्णय लेंगे और दिशा-निर्देश तैयार करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि राज्य के लिए एक संयुक्त नीति एक दो दिनों में तय की जाएगी। मुंबई समेत राज्य के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और वहां से नियमों की घोषणा की जाएगी।
दिलीप वलसे पाटिल ने यह भी कहा कि अगर किसी के द्वारा जानबूझकर प्रयास किया जाता है और अगर वह दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह संगठन हो, व्यक्ति हो या कोई और।
राज ठाकरे का कहना है की "मनसे पार्टी होने के नाते हम हर तरफ से तैयारी कर रहे हैं। महाराष्ट्र और देश में किसी भी तरह का कोई दंगा नहीं हुआ। कोई लड़ाई नहीं चाहता है। शांति भंग करने की कोई इच्छा नहीं है। एक इंसान के तौर पर मुसलमानों को इन बातों के बारे में सोचने की जरूरत है। उनकी प्रार्थना का किसी ने विरोध नहीं किया। लेकिन अगर वे लाउडस्पीकर लगाने जा रहे हैं, तो उन्हें हमारी प्रार्थना भी सुननी होगी"
यह भी पढ़े- मुंबई: 2,446 बाइकर्स का 3 महीने के लिए होगा लाइसेंस सस्पेंड