महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Maharashtra health minister rajesh tope) ने विरार अस्पताल आग हादसे (virar hospital fire incident) के बारे में विवादित बयान दिया है। हादसे के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, विरार की घटना कोई राष्ट्रीय समाचार नहीं है। उनके इस बयान को लेकर जब विवाद उठा तो उन्होंने सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया और कहा कि, मीडिया ने उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra modi) के साथ बैठक की। राजेश टोपे भी बैठक में उपस्थित थे। बैठक के बाद, राजेश टोपे ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और विभिन्न मुद्दों के बारे में जानकारी दी।
इस विवाद को लेकर राजेश टोपे ने कहा, “मैं बहुत संवेदनशील काम करने वाला कार्यकर्ता हूं। मैं पूरी संवेदनशीलता के साथ काम कर रहा हूं ताकि आम आदमी को नुकसान न हो। मीडिया को यह सब पता है। ऐसा नहीं है कि आप आज मुझे देख रहे हैं। मैं पिछले साल से ही कोविड के समय में कैसे काम कर रहा था, यह न केवल मीडिया बल्कि राज्य के लोग भी देख रहे हैं। मैंने प्रतिकूल स्थिति के बावजूद भी अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी को हमेशा महत्व दिया है। मैं इस घटना के बाद प्रतिक्रिया देने वाला पहला मंत्री था।
मैंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है। यह मन और दिल के लिए बहुत परेशान करने वाली घटना है। हम शोक संतप्त परिवारों के दुख को साझा करते हैं। इन सभी परिस्थितियों में, हम राज्य सरकार के रूप में जो भी संभव होगा, करेंगे। साथ ही, अगर सभी चीजों की जांच के बाद कोई लापरवाही पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। मीडिया से मेरा एकमात्र अनुरोध है कि वे शब्द को तोड़े मरोड़े नहीं।
क्या कहा था टोपे ने?
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि, क्या इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री के साथ होने वाली बैठक में चर्चा की जाएगी, टोपे ने कहा कि, हम प्रधानमंत्री मोदी से ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के बारे में बात करेंगे। यह घटना कोई राष्ट्रीय समाचार नहीं है। हम राज्य सरकार की तरफ से पूरी तरह से मदद करेंगे।'
बता दें कि, शुक्रवार सुबह विरार के विजय वल्लभ अस्पताल (vijay vallabh hospital) में आग लग गई। जिसमें कोरोना के 13 मरीजों की मौत हो गई। इसके बाद, राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2-2 लाख रुपये की घोषणा की।