भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार जनता के बजाय 'अडानी' के हित में दिन-रात काम कर रही है। मुंबई के दोनों एयरपोर्ट पहले ही 'अडानी' को दे दिए गए हैं। धारावी पुनर्वास परियोजना के नाम पर कूड़े की जमीन और सरकारी जमीन भी अडानी को दे दी गई है। (Mahayuti government favours Adani Congress state president Harshvardhan Sapkal)
कुर्ला की जमीन अडानी को देने के फैसले को रद्द करने की भी मांग
अब सिर्फ मंत्रालय, प्रशासनिक भवन और विधान भवन ही 'अडानी' को देने के लिए बचा है और ये कब दिए जाएंगे? कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने गुस्से में सरकार से पूछा। उन्होंने धारावी पुनर्वास परियोजना के लिए कुर्ला की जमीन अडानी को देने के फैसले को रद्द करने की भी मांग की।
मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में धारावी पुनर्वास परियोजना में अपात्र झुग्गीवासियों को घर देने के लिए कुर्ला में मदर डेयरी साइट को स्थानांतरित करते हुए समझौते की शर्तों को बदलने का फैसला किया गया। सपकाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए इस फैसले की कड़ी आलोचना की।
बेमौसम और अनियमित बारिश के कारण किसान परेशान
राज्य में बेमौसम और अनियमित बारिश के कारण किसान परेशान हैं। राज्य सरकार के पास उनकी मदद के लिए पैसे नहीं हैं। लड़की बहन योजना की महिला लाभार्थियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं। किसानों के कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं हैं। लेकिन भाजपा गठबंधन सरकार इसे अडानी को देने के लिए तैयार है। अडानी के हाथों में यह सब सौंपने से महाराष्ट्र को क्या मिलेगा? सपकाल ने पूछा।
कांग्रेस पार्टी के नेता जल्द ही बांध का दौरा कर नुकसान का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के बाद वे राज्यपाल से मिलेंगे और उनसे किसानों को मुआवजा देने का अनुरोध करेंगे, सपकाल ने कहा।
यह भी पढ़े- इस साल 10 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे- सीएम देवेंद्र फडणवीस