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राफेल के आते ही शरद पवार ने साधा निशाना, कहा : राफेल गेम चेंजर साबित होगा यह समझना गलत

शरद पवार (sharad pawar) ने कहा कि चीन (china) की सैन्य ताकत हमारी तुलना में कई गुना अधिक है। हम उस संबंध में उनके साथ अपनी तुलना नहीं कर सकते। यदि आपके पास 10 फाइटर जेट हैं, तो उनके पास हजार हैं और यह एक बड़ा अंतर है।

राफेल के आते ही शरद पवार ने साधा निशाना, कहा : राफेल गेम चेंजर साबित होगा यह समझना गलत
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राफेल फाइटर जेट (rafael fighter jet) के भारत पहुंचने पर देशवासियों को गर्व की अनुभूति हो रही है तो वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार (sharad pawar) का कुछ और ही कहना है। एक समाचार चैनल से बात करते हुए पवार ने कहा, राफेल का भारतीय सेना (indian army) में प्रवेश निश्चित रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। लेकिन यह जो भ्रम फैलाया जा रहा है कि, राफेल के आने से चीन की चिंताएं बढ़ जाएगी और राफेल विमान गेम चेंजर साबित होगा, यह गलत है।

इस बारे में आगे बात करते हुए, शरद पवार (sharad pawar) ने कहा कि चीन (china) की सैन्य ताकत हमारी तुलना में कई गुना अधिक है।  हम उस संबंध में उनके साथ अपनी तुलना नहीं कर सकते। यदि आपके पास 10 फाइटर जेट हैं, तो उनके पास हजार हैं और यह एक बड़ा अंतर है। इसमें कोई शक नहीं है कि चीन भारत के रक्षा कौशल को गंभीरता से ले रहा है।  लेकिन मुझे नहीं लगता कि राफेल के सैन्य में शामिल होने से चीन की चिंता बढ़ जाएगी।  यह भी गलत धारणा है कि राफेल का आगमन आपकी सभी चिंताओं को दूर कर देगा।

राफेल को भारत लाने का श्रेय बीजेपी (BJP) द्वारा लूटने की बात पर पवार ने कहा, वास्तव में राफेल विमान खरीदने का फैसला बहुत पुराना है। कांग्रेस ने इसके लिए पहल की थी।  लेकिन मोदी सरकार के दौरान यह रुका हुआ समझौता फलीभूत हुआ।  यह एक अच्छी बात है, इसके लिए श्रेय लेने या बहस करने का कोई सवाल ही नहीं है, शरद पवार ने कहा।

आपको बता दें कि, भारत और फ्रांस के डसॉल्ट एविएशन से 36 विमान खरीदने के लिए समझौता हुआ है। समझौते के अनुसार पहले चरण में, पांच लड़ाकू जेट बुधवार, 29 जुलाई, 2020 को भारत के अंबाला वायु सेना अड्डे पर उतरेंगे। यह वह जगह है जहां राफेल का एक स्थायी आधार होगा।  प्लेन ने सोमवार सुबह फ्रांस मैरिनैक एयरफोर्स के बेस से उड़ान भरी।  यह विमान एक दिन संयुक्त अरब अमीरात में अल धफ्रा बेस पर उतरा। और वहां से फिर भारत आ गया। राफेल के पहले बैच में 3 सिंगल सीटर और 2 डबल सीटर विमान हैं।

जैसे ही राफेल की टुकड़ी हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हुई, उसने पश्चिमी नौसेना सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता से संपर्क किया। नौसेना ने राफेल के पायलटों को 'हैप्पी लैंडिंग ’की शुभकामना दी।

गौरतलब है कि राफेल टोही, बमबारी, परमाणु हमले के सभी कार्यों को करने में सक्षम है। राफेल अकेले 8 विमानों का काम कर सकता है।  इसीलिए इस विमान को मल्टीरोल फाइटर जेट कहा जाता है।

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